एक दिवसीय संस्थागत डेयरी पालन एवं प्रबंधन प्रशिक्षण शिविर में “डेयरी पशुओं में आपातकालीन पशुचिकित्सा और आपदा देखभाल” पर हुआ व्याख्यान
एक दिवसीय संस्थागत डेयरी पालन एवं प्रबंधन प्रशिक्षण शिविर में "डेयरी पशुओं में आपातकालीन पशुचिकित्सा और आपदा देखभाल" पर हुआ व्याख्यान

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : चंद्रकांत बंका
झुंझुनूं : पशु विज्ञान केंद्र झुंझुनूं में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली की अनुसूचित जाति उपयोजना एवं प्रसार शिक्षा निदेशालय राजूवास बीकानेर के द्वारा आयोजित डेयरी पालन एवं प्रबंधन विषय पर संस्थागत एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया l केन्द्र के प्रभारी अधिकारी डॉ प्रमोद कुमार ने बताया कि केंद्र के डॉ उमेश कुमार ने डेयरी पशुओं में आपातकालीन पशुचिकित्सा और आपदा देखभाल के बारे में बताते हुए पशुओं में प्राथमिक उपचार के बारे में विस्तार से जानकारी दी इसी दौरान गोबर व गोमूत्र प्रसंस्करण की जानकारियां दी और पशुपालकों को इंटीग्रेटेड फार्मिंग के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बैंक और नाबार्ड द्वारा वित्त पोषित विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी तथा प्रथम श्रेणी पशु चिकित्सालय आबूसर के डॉ जयपाल सिंह फोगाट ने पशुपालकों को दुग्ध दोहने की विधियां बताते हुए दुग्ध दोहन की पूर्ण हस्त दुग्ध दोहन विधि को सबसे उत्तम बताया एवं मशीन द्वारा दुग्ध दोहन करने के फायदे व नुकसान के बारे में जानकारी दी तथा दुग्ध दोहने में स्वच्छता, दुग्ध दोहने वाले बर्तनों की स्वच्छता व लंबे समय तक दूध को खराब होने से बचने के लिए दुग्ध पश्चयूरिकरण व पैकेजिंग की जानकारी दी साथ ही पशु आहार में हरे चारे के रूप के नेपियर, रिज़का एवं अजोला का महत्व को समझाया l