7 साल से बेकार 2 करोड़ से बनी पेयजल टंकी:सरगोठ में एक बार भी नहीं हुई पानी की सप्लाई, ग्रामीणों ने दी टंकी पर चढ़ने की चेतावनी
7 साल से बेकार 2 करोड़ से बनी पेयजल टंकी:सरगोठ में एक बार भी नहीं हुई पानी की सप्लाई, ग्रामीणों ने दी टंकी पर चढ़ने की चेतावनी

रींगस : रींगस उपखंड स्थित सरगोठ गांव में वर्षों से लंबित पेयजल संकट को लेकर ग्रामीणों का गुस्सा शुक्रवार शाम फूट पड़ा। गांववासियों ने जलदाय विभाग के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन कर दो दिन में समाधान नहीं होने पर जलाशय टंकी पर चढ़ने और राष्ट्रीय राजमार्ग 52 को जाम करने की चेतावनी दी है।
दो करोड़ की टंकी, एक दिन भी नहीं मिली सप्लाई
ग्रामीणों ने बताया कि वर्ष 2018 में करीब दो करोड़ रुपए की लागत से उच्च जलाशय टंकी का निर्माण हुआ था, लेकिन सात साल में एक दिन भी इससे पानी की सप्लाई नहीं हो सकी। पांच साल पहले केवल एक बार ट्रायल के रूप में टंकी में पानी भरा गया था, लेकिन वह भी कुछ ही घंटों में लीकेज के कारण बर्बाद हो गया। ग्रामीणों का आरोप है कि टंकी की सफाई दो बार सिर्फ कागजों में दर्शा दी गई, जबकि हकीकत में उसमें कभी पानी ही नहीं भरा गया।
घटिया पाइपलाइन और लीकेज की भरमार
प्रदर्शनकारी ग्रामीणों ने बताया कि गांव में बिछाई गई पेयजल पाइपलाइन घटिया गुणवत्ता की है, जिसे बिना किसी मानकों के जमीन में डाला गया। यही कारण है कि गांव के 100 से अधिक स्थानों पर पाइपलाइन में लीकेज है, जिससे जल सप्लाई की योजना पूरी तरह ठप है।
शुक्रवार शाम को आक्रोशित ग्रामीण जलाशय टंकी के पास एकत्रित हुए और नारेबाजी की। टंकी पर चढ़ने की आशंका को देखते हुए प्रशासन में हड़कंप मच गया। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों को समझाइश कर शांत किया।

विभागीय आश्वासन के बावजूद कार्रवाई नहीं
ग्रामीणों का कहना है कि जलदाय विभाग के कनिष्ठ अभियंता बृजमोहन ओला ने दो दिन में टंकी चालू करवाने का आश्वासन दिया था, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। इसके विरोध में ग्रामीणों को आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ा।
दो दिन का अल्टीमेटम, वरना बड़ा आंदोलन
गांव के जनसेवक भगवान सहाय यादव और चैतन्यप्रकाश शर्मा ने कहा कि यदि दो दिन में टंकी चालू नहीं हुई, तो ग्रामीण टंकी पर चढ़ने और राष्ट्रीय राजमार्ग 52 को बाधित करने को मजबूर होंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि कोई अप्रिय स्थिति उत्पन्न होती है, तो उसकी पूरी जिम्मेदारी जलदाय विभाग और प्रशासन की होगी।
जलदाय विभाग के सहायक अभियंता श्यामसुंदर सैन का कहना है कि गांव के लोग दो धड़ों में बंटे हैं, लेकिन यदि अब ग्रामीण एकमत होकर टंकी चालू करवाने के पक्ष में हैं, तो तय प्रक्रिया के अनुसार शीघ्र सप्लाई शुरू की जाएगी।
वहीं, ग्राम पंचायत सरगोठ के प्रशासक मोहन लाल यादव निजी कार्य से बाहर होने के कारण मौके पर नहीं पहुंच सके। उनके प्रतिनिधि गजानंद यादव ने बताया कि पिछले पांच वर्षों से ग्राम पंचायत लगातार पत्राचार और मौखिक शिकायत कर रही है, लेकिन जलदाय विभाग की लापरवाही के कारण आज तक पानी की सप्लाई संभव नहीं हो सकी।