ककराना में ब्रह्मलीन संतों की समाधि पर जागरण और भंडारा आयोजित
आज भी बिना दीपक के आती है दादोजी महाराज की ज्योति

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : जेपी महरानियां
चंवरा : क्षेत्र के ककराना में ब्रह्मलीन संतों की समाधि पर जागरण और भंडारे का आयोजन किया गया। शुक्रवार रात्रि को मुरारी लाल एंड पार्टी द्वारा भजनों की रंगारंग प्रस्तुतियां दी गई। गायक कलाकार सतीश नारनोलिया के भजनों पर श्रद्धालु झूम उठे। शनिवार सुबह भक्त शिलाराम गोठवाल द्वारा ज्योति ली गई। महाआरती के बाद ब्रह्मलीन संतो को प्रसाद का भोग लगाकर उपस्थित श्रद्धालुओं को भंडारे का प्रसाद वितरण किया गया। सुबह से शाम तक आसपास के कई गांवों के हजारों श्रद्धालुओं ने भंडारे में प्रसादी पाई। ग्रामीणों ने बताया कि ब्रह्मलीन संतो ने मेघवाल समाज के गोठवाल परिवार में जन्म लिया था। बाल्यकाल से ही भक्ति भावना में लीन रहते हुए कठोर तपस्या की और जगह-जगह भक्ति का प्रचार प्रसार किया।
मांगूराम गोठवाल, सहायक लेखा अधिकारी विजयपाल गोठवाल, डॉक्टर अशोक गोठवाल ने बताया कि हमारे पूर्वजों के अनुसार इन संतों के कई चमत्कारों के किस्से भी सुनने को मिलते हैं। आज से लगभग साढ़े 550 वर्ष पूर्व हमारे गोठवाल परिवार में दो भाइयों ने जन्म लिया था और दोनों ही बचपन से संत रूप में भक्ति करते रहे। उनके साथ उनके पालतू कुत्ता भी रहता था। अंत समय में दोनों संत भाइयों ने एक साथ जीवित समाधि ली थी। उनके साथ उनके पालतू कुत्ते ने भी जीवित समाधि ली थी। इस प्रकार यहां तीन समाधियां बनी हुई है। पिछले काफी वर्षों से गांव के सर्व समाज के लोगों द्वारा इन समाधियों की पूजा अर्चना की जाती है। वार्षिक बरसोदी पर प्रतिवर्ष जागरण और भंडारे का आयोजन किया जाता है। उन्होंने बताया कि समाधिस्थ संतों की ज्योति आज भी बिना दीपक के आती है। जो भी भक्त श्रद्धालु सच्चे मन से इनकी आराधना करता है उसकी हर मनोकामना पूर्ण होती है। इस दौरान हीरालाल गिरदावर, गणपत राम गोठवाल, राम रतन तुनवाल, सोहनलाल गोठवाल, महेंद्र गोठवाल, बनवारी गोठवाल, पूरणमल गोरा, ओमप्रकाश गोठवाल, श्रीराम महरानियां सहित काफी संख्या में भक्त श्रद्धालु मौजूद रहे।