400 किसानों को दी उन्नत तकनीकों की ट्रेनिंग:कृषि विज्ञान केंद्र अरनिया ने किया गोष्ठी का आयोजन, जैविक खेती, बहुफसली प्रणाली के बारे में बताया
400 किसानों को दी उन्नत तकनीकों की ट्रेनिंग:कृषि विज्ञान केंद्र अरनिया ने किया गोष्ठी का आयोजन, जैविक खेती, बहुफसली प्रणाली के बारे में बताया

रींगस : जाजोद ग्राम पंचायत में कृषि विज्ञान केंद्र अरनिया ने एक कृषक गोष्ठी का आयोजन किया। यह कार्यक्रम केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के निर्देश पर आयोजित किया गया। केंद्र प्रभारी डॉ. महेश चौधरी ने किसानों को उन्नत कृषि तकनीकों की जानकारी दी। उन्होंने जैविक खेती, बहुफसली प्रणाली और जल संरक्षण पर विशेष जोर दिया। साथ ही कीट एवं रोग प्रबंधन, पशुपालन और मधुमक्खी पालन की जानकारी भी दी।
वरिष्ठ कृषि पर्यवेक्षक दीपाराम ने सरकारी योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने फार्म पॉन्ड, तारबंदी और सिंचाई पाइप लाइन पर मिलने वाले अनुदान के बारे में बताया। डॉ. शंकर लाल कस्वां ने खरीफ फसलों की उन्नत तकनीकों पर चर्चा की। उन्होंने बाजरा और ग्वार की खेती के लिए विशेष सुझाव दिए। इफको प्रबंधक शंकर लाल गठाला ने नैनो यूरिया और नैनो डीएपी के उपयोग पर मार्गदर्शन किया।
रामावतार मिश्रा ने गृह वाटिका और औषधीय पौधों की जानकारी दी। कृषि पर्यवेक्षक धन्नाराम ने पॉली हाउस और बूंद-बूंद सिंचाई जैसी आधुनिक तकनीकों पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में जाजोद, खेड़ी और आसपास के गांवों से 400 से अधिक किसानों ने हिस्सा लिया। किसानों ने वैज्ञानिकों से सीधा संवाद कर अपनी शंकाओं का समाधान किया।