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66 साल बाद स्कूल के नाम हुई जमीन:भामाशाहों ने दान की थी 12 एयर जमीन, नहीं हो पाई थी रजिस्ट्री


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66 साल बाद स्कूल के नाम हुई जमीन:भामाशाहों ने दान की थी 12 एयर जमीन, नहीं हो पाई थी रजिस्ट्री

66 साल बाद स्कूल के नाम हुई जमीन:भामाशाहों ने दान की थी 12 एयर जमीन, नहीं हो पाई थी रजिस्ट्री

रींगस : स्कूल को दान में दी गई जमीन की रजिस्ट्री 66 साल बाद प्रधानाचार्य डॉ. राशि अग्रवाल की पहल पर मंगलवार को राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय रतनपुरा नाथूसर के नाम करवाई गई

प्रधानाचार्य डॉ. अग्रवाल ने बताया कि विद्यालय भौतिक विकास के लिए 12 एयर जमीन भामाशाहों ने दान की थी। लेकिन उसकी रजिस्ट्री विद्यालय के नाम नही हुई थी। जिस पर भूमि दानकर्ता रतनपुरा निवासी भामाशाह गणेशराम, महेंद्र व सीताराम ने तहसील कार्यालय पहुंचकर स्कूल के नाम जमीन की रजिस्ट्री करवा दी। डॉ. गुप्ता ने बताया कि 66 साल पहले राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय रतनपुरा भामाशाहों ने निजी खातेदारी भूमि में से 12 एयर जमीन विद्यालय को दान में दी थी। जिस पर विद्यालय 66 साल से संचालित हो रहा था। लेकिन जमीन की रजिस्ट्री विद्यालय के नाम से नही होने पर विद्यालय का भौतिक विकास नही हो पा रहा था।

इसके बाद करीब एक माह पहले प्रधानाचार्य के पद पर डॉ. राशि अग्रवाल ने पदभार ग्रहण किया। और जमीन दान करने वाले भामाशाहों से संपर्क करके विद्यालय भौतिक विकास में आ रही बाधाओं पर जानकारी दी। और रजिस्ट्री करवाने के लिए समझाईश की। समझाईश वार्ता सफल होने पर भामाशाहों ने पंजियन कार्यालय तहसील में पहुंचकर विद्यालय के नाम जमीन की रजिस्ट्री करवा दी।

प्रधानाचार्य डॉ. अग्रवाल ने आश्वासन दिया कि अब विद्यालय में भौतिक सुविधाओं के साथ विद्यार्थियों के लिए शिक्षण व्यवस्थाएं संचालित करने के लिए कार्रवाई की जाएगी। साथ ही भामाशाह गणेश राम, महेंद्र व सीताराम का आभार जताकर स्वागत किया गया। साथ ही उपखंड अधिकारी अनिल कुमार चौधरी व तहसीलदार जगदीश प्रसाद ने दान कार्रवाई आ रही अड़चनों का तत्काल समाधान करवाकर जल्द रजिस्ट्री करवाने में सहयोग दिया। जिस पर उनका भी आभार जताया गया।

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