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सांस्कृतिक रुप से आदवासी जमीनी विवाद जैसे संवेदनशील मुद्दों को सुलझाने के लिए शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक तरीके अपनाए पुलिस प्रशासन – विजय शंकर नायक


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सांस्कृतिक रुप से आदवासी जमीनी विवाद जैसे संवेदनशील मुद्दों को सुलझाने के लिए शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक तरीके अपनाए पुलिस प्रशासन – विजय शंकर नायक

सांस्कृतिक रुप से आदवासी जमीनी विवाद जैसे संवेदनशील मुद्दों को सुलझाने के लिए शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक तरीके अपनाए पुलिस प्रशासन - विजय शंकर नायक

रांची : सांस्कृतिक रुप से आदवासी जमीनी विवाद जैसे संवेदनशील मुद्दों को सुलझाने के लिए शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक तरीके अपनाए पुलिस प्रशासन। उपरोक्त बाते आज आदिवासी मूलवासी जनाधिकार मंच के केंद्रीय उपाध्यक्ष सह पूर्व विधायक प्रत्याशी विजय शंकर नायक ने लापुंग में पुलिस-आदिवासी समाज के बीच झड़प होने पर अपनी प्रतिक्रिया मे कही और गहरा दुख और चिंता व्यक्त करते हुए आगे कहा कि रांची के लापुंग थाना क्षेत्र में 3 जून 2025 को एक ग्रामसभा के दौरान जमीन विवाद को लेकर पुलिस और आदिवासी समुदाय के बीच हुई हिंसक झड़प की घटना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और चिंताजनक है। इस घटना में थाना प्रभारी संतोष कुमार यादव सहित कई पुलिसकर्मियों और आदिवासी समुदाय के लोगों को गंभीर चोटें आई हैं। हम इस हिंसक घटना की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं और सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं।

नायक ने आदिवासीयो के संस्कृतिक रुप से जुड़े हुए जमीन विवाद जैसे संवेदनशील मुद्दों को सुलझाने के लिए शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक तरीके अपनाए जाने चाहिए। यह अत्यंत खेदजनक है कि स्थिति इतनी बिगड़ गई कि पुलिस और स्थानीय समुदाय के बीच टकराव हुआ। मंच का मानना है कि आदिवासी समुदाय के हितों और अधिकारों की रक्षा के लिए संवाद और सहमति ही एकमात्र रास्ता है। पुलिस प्रशासन को चाहिए कि वह ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए संवेदनशीलता और पारदर्शिता के साथ काम करे।

हम मांग करते हैं कि:
इस घटना की निष्पक्ष और त्वरित जांच की जाए ताकि दोषियों को चिह्नित कर उनके खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई हो। घायल आदिवासी समुदाय के लोगों और पुलिसकर्मियों को तत्काल चिकित्सा सुविधा और सहायता प्रदान की जाए। भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए स्थानीय समुदाय और प्रशासन के बीच विश्वास बहाली हेतु प्रभावी संवाद स्थापित किया जाए। जमीन विवादों के समाधान के लिए एक स्थायी और पारदर्शी तंत्र विकसित किया जाए, जिसमें आदिवासी समुदाय की भागीदारी सुनिश्चित हो। हम रांची जिला प्रशासन और झारखंड सरकार से अपील करते हैं कि वे स्थिति को नियंत्रित करने के लिए तत्काल कदम उठाएं और क्षेत्र में शांति और सौहार्द बनाए रखें। हम स्थानीय नागरिकों से भी शांति और संयम बरतने की अपील करते हैं ताकि सामाजिक एकता और भाईचारा कायम रहे।

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