ग्रीष्मकालीन अवकाश में बच्चों के लिए ‘उमंग’ कार्यक्रम प्रारंभ
ग्रीष्मकालीन अवकाश में बच्चों के लिए 'उमंग' कार्यक्रम प्रारंभ
झुंझुनूं : जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डाइट), झुंझुनूं और पीरामल फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान बच्चों और समुदाय के सर्वांगीण विकास हेतु “उमंग “कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर डाइट परिसर में “उमंग”कार्यक्रम के पोस्टर का विधिवत विमोचन किया गया। विमोचन समारोह में डाइट की प्रधानाचार्य सुमित्रा झाझड़िया, प्रभागाध्यक्ष दीपेन्द्र बुडानिया, प्रभागाध्यक्ष प्रमेन्द्र कुल्हार, अजय प्रेमी, व्याख्याता शशिकांत तथा पीरामल फाउंडेशन से संदीप सैनी एवं राजेन्द्र सिंह उपस्थित रहे।
प्रधानाचार्य सुमित्रा झाझड़िया ने इस पहल की सराहना करते हुए बताया कि, “उमंग कार्यक्रम के माध्यम से नई शिक्षा नीति 2020 के अनुसार बच्चों के सर्वांगीण विकास पर जोर दिया जा रहा है जिसके लिए यह पहल बच्चो के उनके सामाजिक कौशल, आलोचनात्मक सोच तथा जीवनोपयोगी क्षमताओं के विकास के नये संभावित आयाम खुलेंगे।
प्रभागाध्यक्ष प्रमेन्द्र कुल्हार ने बताया की समर कैंप में आयोजित होने की जाने वाली गतिविधियाँ जैसे ; पहचान का उत्सव, भावनाओं का मंच, खुद से दोस्ती, दूसरों की नज़र से, कृतज्ञता का हाथ, मिलजुल कर बढ़ना, हमारी यात्रा हमारी ख़ुशी, दूसरों की नज़र से, समुदाय में भ्रमण, आदि बच्चों को उनके स्थानीय संदर्भ में 21 वीं सदी के कौशलों को आनंदमय ढंग से सीखने, स्वंय एवं दूसरों के व्यक्तित्व जानने और पहचानने में मदद करती हैं साथ ही साथ अपने समुदाय के प्रति एक आदर्श नागरिक होने एवं बनने की प्रेरणा देती हैं।
पीरामल फाउंडेशन में कार्यरत संदीप कुमार सैनी एवं राजेंद्र सिंह ने बताया कि इस तरह के नवाचार नई शिक्षा नीति 2020 के उद्देश्यों को प्राप्त करने एवं समस्त विद्यार्थियों एवं जन समुदायों के बीच एक सामध्य स्थापित करने में अहम भूमिका निभाते हैं। ये समर कैंप विद्यार्थियों को उनके स्थानीय संदर्भ में उनके परिवेश एवं स्वंय को समझने, एवं सीखने सिखाने के नए-नए आयामों को खोलने के अवसर प्रदान करेगा एवं सर्वांगीण विकास में अपनी एक अहम भूमिका निभाएगा। “उमंग”कार्यक्रम बच्चों को रचनात्मक गतिविधियों, संवाद, पर्यावरणीय समझ तथा सामूहिक सहभागिता के माध्यम से अवकाश काल को सीखने और आनंद का अवसर प्रदान करेगा।