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पशुओं के प्रमुख रोग एवं प्रबंधन पर वैज्ञानिक पशुपालक संवाद संगोष्ठी का हुआ आयोजन


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झुंझुनूंटॉप न्यूज़राजस्थानराज्य

पशुओं के प्रमुख रोग एवं प्रबंधन पर वैज्ञानिक पशुपालक संवाद संगोष्ठी का हुआ आयोजन

पशुओं के प्रमुख रोग एवं प्रबंधन पर वैज्ञानिक पशुपालक संवाद संगोष्ठी का हुआ आयोजन

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : चंद्रकांत बंका 

झुंझुनूं : पशु विज्ञान केंद्र झुंझुनू के प्रभारी अधिकारी डॉ प्रमोद कुमार ने बताया कि भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली की अनुसूचित जाति उपयोजना एवं प्रसार शिक्षा निदेशालय राजूवास बीकानेर के द्वारा आयोजित वैज्ञानिक पशुपालक संवाद का आयोजन ग्राम हिम्मतपुरा में किया गया । केंद्र के डॉ उमेश कुमार ने सभी पशुपालकों का स्वागत करते हुए पशुपालकों को पशु पालन के नए आयामों के बारे में जानकारी दी साथ ही पशुओं को संक्रामक बीमारियों जैसे खुरपका-मुहपका, गलघोंटू एवं लंगडा बुखार आदि से बचाव, उनका उपचार एवं रोकथाम के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की और बताया कि समय-समय पर टीकाकरण से पशुओं को इन रोगों से बचाया जा सकता है। भेड़-बकरियों में होने वाले रोगों जैसे फिडकिया, पी.पी.आर. एवं शीप पॉक्स आदि से बचाव, उनका उपचार एवं रोकथाम के बारे में विस्तार से बताया तथा पशु पोषण विभाग सखी डेयरी के डॉ लोकेश चाहर ने पशुपालकों को बताया कि पशुधन जन कल्याण योजना के अंतर्गत पशुपालक किसानों को पशुपालन के लिए लोन देने की व्यवस्था की गई है, जिससे वे अपने व्यवसाय का विस्तार कर सकें और आर्थिक रूप से सशक्त बन सकें साथ ही बताया की मुख्यमंत्री मंगला पशु बीमा योजना के तहत गाय, भैंस, बकरी, भेड़ और ऊंट का बीमा किया जाता है, जिससे पशुओं की आकस्मिक मृत्यु पर आर्थिक सहायता मिलती है और राष्ट्रीय पशुधन मिशन (NLM) के तहत पशुपालकों को पोषण, आजीविका और उत्पादकता बढ़ाने के लिए सहायता, सब्सिडी और प्रशिक्षण दिया जाता है।

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