झुंझुनूं में ट्रैफिक पुलिस के खिलाफ उतरे टैक्सी ड्राइवर:कहा- मनमानी कर रहे, मरीजों को लाने- ले जाने में हो रही परेशानी; आंदोलन की चेतावनी दी
झुंझुनूं में ट्रैफिक पुलिस के खिलाफ उतरे टैक्सी ड्राइवर:कहा- मनमानी कर रहे, मरीजों को लाने- ले जाने में हो रही परेशानी; आंदोलन की चेतावनी दी

झुंझुनूं : लाल झंडा टैक्सी यूनियन के आह्वान पर गुरुवार को टैक्सी ड्राइवरों ने यातायात पुलिस की कथित मनमानी और बीडीके अस्पताल परिसर में हो रही अवैध वसूली के खिलाफ एकजुट होकर आवाज बुलंद की। सुबह से ही बड़ी संख्या में टैक्सी चालक जिला कलेक्ट्रेट पर एकत्र हुए और जमकर नारेबाजी की।
यातायात पुलिस पर मनमानी का आरोप
प्रदर्शनकारी टैक्सी ड्राइवरों ने यातायात पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस बिना किसी ठोस कारण के उन्हें रोककर चालान काट रही है। यूनियन के पदाधिकारियों ने बताया कि पुलिस की इस मनमानी से टैक्सी ड्राइवरों की आजीविका खतरे में पड़ गई है। उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मी शहर में कहीं भी अचानक से टैक्सी रोक लेते हैं और अनावश्यक रूप से चालान कर देते हैं, जिससे टैक्सी ड्राइवर मानसिक रूप से परेशान हैं।
मरीजों को हो रही परेशानी
टैक्सी यूनियन ने बीडीके अस्पताल परिसर में सक्रिय पार्किंग संचालकों पर भी अवैध वसूली का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि अस्पताल में मरीजों को लाने-ले जाने के दौरान पार्किंग संचालक जबरन शुल्क वसूलते हैं। यदि कोई इसका विरोध करता है, तो उसे मरीज को बीच रास्ते में ही उतारने के लिए मजबूर किया जाता है। यूनियन ने इसे अमानवीय बताते हुए कहा कि इससे न केवल मरीजों को परेशानी होती है, बल्कि टैक्सी ड्राइवरों की छवि भी खराब होती है।
आंदोलन की चेतावनी
प्रदर्शनकारी टैक्सी ड्राइवरों ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों पर जल्द ही कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जाती है, तो वे उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। यूनियन नेताओं ने स्पष्ट किया कि उनका उद्देश्य केवल अपनी रोजी-रोटी की रक्षा करना है, लेकिन यदि प्रशासन और पुलिस का रवैया यही रहा तो उन्हें आंदोलन को और तेज करना पड़ेगा।
ज्ञापन में उठाई गईं प्रमुख मांगें
- अवैध वसूली करने वाले पार्किंग संचालकों पर सख्त कार्रवाई हो।
- बीडीके अस्पताल में मरीजों को उतारने-चढ़ाने के लिए स्पष्ट नियम बनाए जाएं।
- यातायात पुलिस की मनमानी पर रोक लगे और बिना कारण चालान काटना बंद हो।
- शहर की खराब सड़कों, ब्रेकरों और खुले चैम्बरों की तुरंत मरम्मत हो।
- टैक्सी ड्राइवरों के लिए शहर में निश्चित स्टैंड निर्धारित किए जाएं।