खेतड़ी में मांग दिवस का आयोजन:श्रमिक संगठनों ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन, श्रमिकों का न्यूनतम वेतन बढ़ाने की मांग
खेतड़ी में मांग दिवस का आयोजन:श्रमिक संगठनों ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन, श्रमिकों का न्यूनतम वेतन बढ़ाने की मांग

खेतड़ीनगर : अखिल भारतीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस (एटक) के राष्ट्रीय आह्वान पर खेतड़ी तांबा श्रमिक संघ कार्यालय में न्यूनतम वेतन के लिए मांग दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता एसएन गर्वा ने की। महासचिव बिड्दूराम सैनी ने न्यूनतम वेतन के ऐतिहासिक महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने बताया कि 1944 में आईएलओ ने फिलाडेल्फिया घोषणा में इसे पहली बार मान्यता दी। 1948 में यूएनओ ने मानवाधिकार घोषणा में इसे शामिल किया। इसी वर्ष भारत में भी इस संबंध में कानून बना।
सैनी ने बताया कि 1957 में 15वें भारतीय श्रम सम्मेलन में न्यूनतम वेतन के मापदंड तय किए गए। 1992 में सर्वोच्च न्यायालय ने अतिरिक्त दिशा-निर्देश जारी किए। उन्होंने सरकार पर इन मापदंडों में संशोधन न करने और समय पर कानून लागू न करने का आरोप लगाया। श्रमिक संगठनों ने निर्माण, कृषि और ग्रामीण श्रमिकों का न्यूनतम वेतन बढ़ाने की मांग की। साथ ही कॉपर माइन और अन्य खदानों में काम करने वाले श्रमिकों के वेतन में वृद्धि की मांग भी रखी। इस अवसर पर गंगासहाय सैनी,
इस मौके पर विनय त्यागी, ओमप्रकाश लांबा, उम्मेद सिंह मीणा, ख्याली राम, हरीसिंह, एसएस चौहान सहित केटीएसएस श्रमिक संगठन के कई पदाधिकारी उपस्थित थे।