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खेतड़ी क्षेत्र में सड़क निर्माण के मामले में भ्रष्टाचार चरम पर: भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रही हैं ग्रामीण सड़कें


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खेतड़ी क्षेत्र में सड़क निर्माण के मामले में भ्रष्टाचार चरम पर: भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रही हैं ग्रामीण सड़कें

जसरापुर-देवता सड़क निर्माण में घटिया सामग्री लगाने का ग्रामीणों ने लगाया आरोप,ग्रामीणों ने किया विरोध प्रदर्शन

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : विजेन्द्र शर्मा

खेतड़ी : खेतड़ी क्षेत्र में सड़क निर्माण के मामले में भ्रष्टाचार चरम पर है। जगह-जगह ग्रामीण सड़कों में घटिया क्वालिटी का मटेरियल डाला जा रहा है, जिसे लेकर ग्रामीण विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। हाल ही में बागोर में सड़क निर्माण में घटिया क्वालिटी की निर्माण सामग्री लगाने के मामले में ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन किया था। ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार विरोध प्रदर्शन जारी है, लेकिन जनप्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारी सब मौन हैं। किसी के भी कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है, जिससे साफ होता है कि प्रशासन की मिलीभगत से ही ठेकेदार घटिया निर्माण सामग्री का उपयोग कर मोटा मुनाफा कमा रहे हैं । इससे न केवल ग्रामीण सड़कों की गुणवत्ता खराब हो रही है, बारिश के मौसम में भी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। अब सवाल यह उठता है कि आखिर सड़कों में हो रहे इस भ्रष्टाचार पर कब अंकुश लगेगा ताकि ग्रामीण सड़कों की गुणवत्ता में सुधार हो सके।

जसरापुर-देवता सड़क निर्माण में घटिया सामग्री का आरोप, ग्रामीणों ने किया विरोध प्रदर्शन

उपखंड क्षेत्र में जसरापुर से देवता तक बनाई जा रही सड़क को लेकर ग्रामीणों ने गम्भीर आरोप लगाये है। ग्रामीणों ने बताया कि जसरापुर से देवता तक करीब 1.80 करोड़ रुपये की लागत से 4 किलोमीटर सड़क निर्माण कार्य करवाया जा रहा है। इस महत्वाकांक्षी परियोजना का उद्देश्य क्षेत्र के लोगों को बेहतर सड़क सुविधा प्रदान करना है, लेकिन ग्रामीणों ने सड़क निर्माण में घटिया सामग्री लगाने का आरोप लगाया है।

सुंदर नगर में ग्रामीणों ने सड़क कार्य में घटिया सामग्री लगाने पर विरोध प्रदर्शन किया और ठेकेदार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए।ग्रामीणों का कहना है कि सड़क में घटिया सामग्री लगाई जा रही है और सड़क बनने से पहले ही उखड़ रही है, जो कि इसकी गुणवत्ता को दर्शाता है। किशोर सिंह बजाड़, रोहित कुमार और सामाजिक कार्यकर्ता राजेश कसाना ने बताया कि सड़क की मोटाई 20 एमएम स्वीकृत है, लेकिन ठेकेदार द्वारा नाममात्र की सड़क बनाई जा रही है, जो कि नियमों के विरुद्ध है। ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन कर मांग की है कि सड़क निर्माण में गुणवत्ता का ध्यान रखा जाए और घटिया सामग्री का उपयोग न किया जाए। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि सड़क निर्माण में सुधार नहीं किया गया तो वे आंदोलन करेंगे और अपनी मांगों को लेकर संघर्ष करने के लिए तैयार हैं।

ग्रामीणों ने मांग की है कि उच्च अधिकारी मौके पर आकर सड़क निर्माण कार्य को चेक करें और इसकी गुणवत्ता को सुनिश्चित करें। यदि ऐसा नहीं किया गया तो ग्रामीण सड़क निर्माण कार्य का काम नहीं करने देंगे और अपनी मांगों को लेकर संघर्ष करने के लिए मजबूर होंगे। इस पूरे मामले में ठेकेदार की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं और ग्रामीणों का कहना है कि वे अपनी मांगों को लेकर तब तक संघर्ष करेंगे जब तक कि उनकी मांगें पूरी नहीं हो जातीं।

इस मौके पर ग्रामीण सुगन सिंह, रामजीलाल, राम सिंह, रोहिताश, राजेश कसाना, धर्मपाल, रवि, जयवीर सिंह, हेमराज, दलीप, भूपेंद्र, सोनू, जयवीर सिंह निर्वाण, मोनू, सोमवीर सिंह, सीताराम, प्रमोद, यशवंत, विनोद, राजवीर निर्वाण सहित अनेक लोग मौजूद रहे।

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