गोठड़ा पंचायत समिति में शामिल होने का विरोध, तीन गांवों के ग्रामीण धरने पर बैठे
गोठड़ा पंचायत समिति में शामिल होने का विरोध, तीन गांवों के ग्रामीण धरने पर बैठे

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : रविन्द्र पारीक
नवलगढ़ : नवलगढ़ क्षेत्र के बिरोल, बाय और कोलसिया गांवों के ग्रामीणों ने नवसृजित गोठड़ा पंचायत समिति में अपने गांवों को शामिल किए जाने का कड़ा विरोध जताया है। सोमवार को ग्रामीणों ने उपखंड कार्यालय के बाहर सांकेतिक धरना दिया और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन उपखंड अधिकारी को सौंपा।
बिरोल ग्राम की प्रशासक अनिता कुमारी के नेतृत्व में सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया है कि बिरोल, झरड़ा वाली ढाणी, झाझड़ियों की ढाणी, बाय और कोलसिया गांव लंबे समय से नवलगढ़ पंचायत समिति से जुड़े हुए हैं और यहां से प्रशासनिक, शैक्षणिक, स्वास्थ्य, बैंकिंग व बाजार संबंधी सभी सुविधाएं सुलभ हैं। वहीं, प्रस्तावित गोठड़ा पंचायत समिति में इन सुविधाओं का अभाव है, जिससे ग्रामीणों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ेगा।
ग्रामीणों ने स्पष्ट किया कि उन्हें गोठड़ा को पंचायत समिति बनाए जाने से कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन उनके गांवों को इसमें शामिल न किया जाए। विरोध स्वरूप धरने में बाय और कोलसिया गांवों के लोगों ने भी सक्रिय भागीदारी निभाई।
नरेंद्र कड़वाल ने जानकारी दी कि इस विषय में जिला कलेक्टर को भी शीघ्र ही ज्ञापन सौंपा जाएगा। ज्ञापन की प्रतिलिपि पंचायत राज मंत्री, संभागीय आयुक्त जयपुर, शासन सचिव और जिला कलेक्टर झुंझुनूं को भी भेजी गई है।
इस विरोध प्रदर्शन में कॉमरेड हरिसिंह बुरड़क, जिला परिषद सदस्य धनपत कोलसिया, कैप्टन बजरंगलाल बुरड़क, सूबेदार रामलाल, श्रीराम बुरड़क, राजेश पूनिया, महावीर प्रसाद मीणा, कन्हैयालाल डूडी, ओमप्रकाश ठेकेदार, मोहरसिंह राड, श्रीचंद और रामप्रताप दूत सहित कई ग्रामीण मौजूद रहे।