नहर आंदोलन के 450 दिन पूरे:चिड़ावा-सिंघाना में किसानों का धरना जारी, पीने के पानी और सिंचाई की समस्या से जूझ रहे लोग
नहर आंदोलन के 450 दिन पूरे:चिड़ावा-सिंघाना में किसानों का धरना जारी, पीने के पानी और सिंचाई की समस्या से जूझ रहे लोग

चिड़ावा : चिड़ावा-सिंघाना सड़क मार्ग के लालचौक बस स्टैंड पर नहर की मांग को लेकर किसान सभा का धरना 450वें दिन में प्रवेश कर गया है। आज धरने की अध्यक्षता हमीरवास के किसान बहादुरमल गुर्जर ने की। आंदोलन में आज अगवाना के हरीश शर्मा क्रमिक अनशन पर बैठे। हमीरवास के बहादुर मल गुर्जर ने स्थिति की गंभीरता बताते हुए कहा कि क्षेत्र में पीने लायक पानी नहीं बचा है। उन्होंने कहा कि पानी की कमी से खेती और पशुपालन दोनों प्रभावित हुए हैं। जमीन की गुणवत्ता खराब होने से कृषि योग्य नहीं रह गई है।
किसानों की मांग है कि 1994 के अनुसार नहर का निर्माण किया जाए। इससे न केवल खेती-बाड़ी को बल मिलेगा, बल्कि आर्थिक स्थिति में भी सुधार होगा। धरना समिति ने चैत्र शुक्ल प्रतिपदा पर नवसंवत्सर मनाने की योजना भी बनाई है। धरने में महिला प्रकोष्ठ की जिलाध्यक्षा सुनीता साईंपवार, तहसील अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह चाहर, नहर आंदोलन प्रवक्ता विजेन्द्र शास्त्री सहित कई प्रमुख किसान नेता और स्थानीय लोग मौजूद रहे। आंदोलन में शामिल लोगों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी, धरना जारी रहेगा।