[pj-news-ticker post_cat="breaking-news"]

रोजा इंसान को गरीबों की मुफलिसी का अहसास कराता है : मौलाना


निष्पक्ष निर्भीक निरंतर
  • Download App from
  • google-playstore
  • apple-playstore
  • jm-qr-code
X
इस्लामपुरझुंझुनूंटॉप न्यूज़राजस्थानराज्य

रोजा इंसान को गरीबों की मुफलिसी का अहसास कराता है : मौलाना

उत्साह के साथ अदा की रमजान के पहले जुमे की नमाज, इस बार रमजान में आएंगे चार जुमे

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : मोहम्मद आरिफ चंदेल

इस्लामपुर : मुस्लिम भाइयों में रमजान महीने के पहले जुमे की नमाज को लेकर बेहद उत्साह नजर आया। जुमे की नमाज से पहले ही बड़ों के साथ-साथ छोटे-छोटे बच्चे भी मस्जिदों की तरफ दौड़ते नजर आए। जामा मस्जिद में जुमे की नमाज मौलाना अकबर अली व मदीना मस्जिद में जुमे की नमाज मौलाना उमर ने अदा करवाई। नमाज से पहले मौलाना ने अपनी तकरीर में लोगों को गीबत, चुगली और बुरी बातों से बचते हुए इस मुकद्दस महीने में गरीब व जरूरतमंदों की ज्यादा से ज्यादा मदद करने की बात कही। मौलाना ने रमजान के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि दिनभर भूखे-प्यासे रहने का नाम रोजा नहीं है बल्कि रोजे की हालत में खुद को बुरे कामों व बुरी बातों से रोकना और दूसरों को अच्छी बातों के लिए प्रेरित करना ही असल में रोजा है। इंसान को रोजे की हालत में अपनी जुबान, आंख व कान सहित शरीर के हर अंग को बुरे कामों से बचाना चाहिए। रोजा इंसान को गरीबों की मुफलिसी का अहसास कराता है।

इस बार रमजान में आएंगे चार जुमे

जामा मस्जिद के इमाम अकबर अली ने बताया कि इस बार रमजान के मुकद्दस महीने में चार जुमे आएंगे। पहला जुमा 7 मार्च को, दूसरा 14 मार्च को, तीसरा जुमा 21 को व चौथा जुमा 28 मार्च को होगा जिसे जुमातुल अलविदा कहा जाता है।

नन्हें-मुन्नों ने भी उत्साह से रखा रोजा

रमजान के महीने में जो व्यक्ति किसी कारणवश रोजा नहीं रख पाते हैं वो भी इस महीने में जुम्मे के दिन रोजा रखने की पूरी कोशिश करते हैं। वहीं रमजान में जुम्मे का विशेष महत्तव होने के कारण छोटे-छोटे बच्चों ने भी रमजान के जुमे का रोजा रखकर शाम को खुशी-खुशी इफ्तार किया। कुछ बच्चों ने तो जुमे का अपना पहला रोजा रखकर शाम को जब इफ्तार किया तो उनकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा। रमजान के पहले जुम्मे को लेकर लोगों में बेहद उत्साह नजर आया। रमजान के मुकद्दस महीने में इन दिनों मुस्लिम भाई रोजा रखकर दिनभर रब की इबादत में लगे हुए हैं।

Related Articles