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झुंझुनूं के महनसर के लिए 20 करोड़ की घोषणा:जिले में पर्यटन क्षेत्र का होगा विकास, मंडावा क्लीन और ग्रीन ईको सिटी बनेगा


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झुंझुनूं के महनसर के लिए 20 करोड़ की घोषणा:जिले में पर्यटन क्षेत्र का होगा विकास, मंडावा क्लीन और ग्रीन ईको सिटी बनेगा

झुंझुनूं के महनसर के लिए 20 करोड़ की घोषणा:जिले में पर्यटन क्षेत्र का होगा विकास, मंडावा क्लीन और ग्रीन ईको सिटी बनेगा

झुंझुनूं : राज्य सरकार की ओर से वर्ष 2025-26 का बजट पेश किया जा रहा है। वित्त मंत्री दीया कुमारी बजट पेश रही हैं। बजट में अब तक झुंझुनूं के महनसर के लिए 20 का करोड़ की घोषणा की गई है। महनसर को पर्यटक क्षेत्र में विकसित किया जाएगा।

महनसर में पुरानी हवेलियां हैं। हर साल बड़ी संख्या में पर्यटक यहां आते हैं। यहां 200 साल पुरानी हवेली भी हैं, जो सोने की हवेली के नाम से जानी जाती है। सेठ हरकंठ राय ने 1905 में हवेली का निमार्ण करवाया था। सेठ हरंकठ राय सोने का व्यापार करते थे। चीन, जापान सहित अन्य देश व्यापार करने जाया करते थे।

बजट में ये घोषणाएं की गईं

  • मंडावा कस्बा अब क्लीन और ग्रीन ईको सिटी बनेगा। राज्य सरकार ने बजट में इसकी घोषणा की इसके लिए 900 करोड़ की घोषणा की है।
  • जनता की समस्याओं का निराकरण के लिए 10 लाख रुपए से प्रत्येक विधानसभा में विधायक सुनवाई केंद्र बनेगा। एमएलएलैड स्कीम के तहत बनेगा।
  • हर निकाय में पिंक टॉयलेट बनेंगे
  • पैरामेडिकल कार्मिकों के पद सृजित किए जाएंगे।
  • आंगनवाड़ी में सप्ताह में 5 दिन बच्चों को दूध दिया जाएगा। इसमें 200 करोड़ से ज्यादा खर्च किए जाएंगे।
  • 3500 करोड़ का मा फंड बनाने की घोषणा की गई है, इससे स्वास्थ्य क्षेत्र में काम होंगे, मा योजना में प्रदेश के बाहर भी इलाज करवा सकेंगे। पॉर्टेबलि​टी स्कीम लागू होगी, 70 से ज्यादा उम्र के लोगों के लिए स्वास्थ्य बीमा योजना में नए पैकेज जोड़े जाएंगे। आयुष पैकेज भी जुड़ेंगे। सभी जिला अस्पतालों में डायबिटिक क्लीलिक खुलेंगे। सभी पीएचसी पर डिजिटल एक्सरे मशीन लगेंगी, कारीगरों की आंखों की फ्री जांच करके चश्मे दिए जांएगे, 75 करोड़ की लागत से इसके लिए नई स्कीम शुरू होगी

बजट से झुंझुनूं को ये उम्मीदें

इस बजट से जिले लोगों बहुत उम्मीदें है। जिले सबसे बड़े सरकारी हॉस्पिटल में MRI की सुविधा शुरू हो। झुंझुनूं नगर परिषद इलाके अधूरी पड़ी सीवरेज का काम पुरा करने के लिए बजट मिले। पिलानी को नहर के पानी जोड़ा जाए। नगर परिषद में बने ऑडिटोरियम सालों से अधूरा पड़ा काम पुरा हो। वित्त मंत्री दीया कुमारी से लोगों को बहुत उम्मीदें है।

बजट के लिए भिजवाए थे ये प्रस्ताव

झुंझुनूं में अलग अलग विभागों से 564 करोड़ के प्रस्ताव भिजवाए गए थे। इसमें सबसे ज्यादा नगर परिषद की ओर से 277 करोड़ रूपए का बजट भेज गया था। इसमें झुंझुनूं शहर में सीवरेज नेटवर्क के लिए 150 करोड़, 100 करोड़ का ड्रेनेज प्रोजेक्ट, 15 करोड़ में सड़कों का रिनोवेशन, 12.24 करोड़ में ऑडिटोरियम का कार्य कराया जाएगा। इसी तरह चिकित्सा विभाग की ओर से 33 करोड़ रुपए के प्रस्ताव भेजे गए थे।

  • बीडीके अस्पताल में एमआरआई मशीन के लिए 7 करोड़, नवलगढ़, सिंघाना, खेतड़ी और बगड़ में ट्रोमा सेंटर के लिए 18 करोड़, सीएचसी बगड़ व जाखल को 30 से 50 बेड का करने के लिए 8 करोड़, नवलगढ़ जिला अस्पताल को 150 से 250 बेड करने, उदावास व रामकुमारपुरा सब सेंटर को पीएचसी बनाने का प्रस्ताव था।
  • पानी के लिए 67.50 करोड़ के प्रस्ताव भेजे हैं। इसमें 35.58 करोड़ में पिलानी व विद्याविहार पालिका क्षेत्र में नहरी पानी को टेपिंग कर पेयजल देने के लिए 21.08 किमी पाइप लाइन बिछाने, झुंझुनूं शहर में बीड़ व भूरासर पंप हाउस के रिनोवेशन के लिए 10 करोड़, नवलगढ़ में 5 करोड़ में 38 नए नलकूप, 3 करोड़ में झुंझुनूं में 20 नए नलकूप, 5 करोड़ में सूरजगढ़ के बुहाना में नलकूप व पाइप लाइन समेत अन्य प्रस्ताव थे।
  • पर्यटन क्षेत्र में इसमें 24 करोड़ के प्रस्ताव गए हैं। जिनमें लोहार्गल में 8.69 करोड़ में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विभिन्न विकास कार्य, मंडावा में हेरिटेज वॉक वे के लिए 5 करोड़, 3 करोड़ में नेहरा पहाड़ व 4 करोड़ में मेड़तनी बावड़ी के विकास के प्रस्ताव, 2 करोड़ में नवलगढ़ की चेतनदास बावड़ी के जीर्णोद्धार व 90 लाख में महनसर में पर्यटन विकास कार्य के प्रस्ताव थे।
  • इसी तरह बिजली में 6 करोड़ का बजट प्रस्ताव दिया है। इसमें नवलगढ़ क्षेत्र के देवीपुरा बणी, बड़वासी व सुनारी कुआं पर 33/11 केवी जीएसएस का निर्माण कार्य कराने और बिजली सुविधाओं के विस्तार का प्रस्ताव था।
  • पीडब्ल्यूडी ने 92.93 करोड़ के प्रस्ताव देकर 70 किमी सड़क बनाने की मंजूरी मांगी। इसमें 43.20 करोड़ से बबाई से चिंचड़ोली तक 27 किमी सड़क, 9 करोड़ में मं में मंडावा-बिसाऊ एसएच-37 तक चौड़ाईकरण कार्य, 22.70 करोड़ रुपए में पचेरी, रवां, शिमला व मेहाड़ा सड़क का विस्तार का प्रस्ताव भेजा था। चिड़ावा बाइपास, मलसीसर बाइपास के प्रस्ताव रहे।

खेल के लिए 52 करोड़ रुपए के प्रस्ताव भेजे

खेल के लिए जिले से 52 करोड के प्रस्ताव भेजे गए। इसमें खेल विवि के विकास के लिए 50 करोड़, स्वर्ण जयंती स्टेडियम में वॉलीबॉल एकेडमी के हॉस्टल के अधूरे कार्य के लिए 1 करोड़ व सिंथेटिक ट्रैक पर पैवेलियन, मंच व चेजिंग रूम के लिए 1 करोड़ रुपए का बजट मांगा गया था।

ये रह गई उम्मीदें

राज्य सरकार के बजट जिले के लोगों को काफी उम्मीदें थी। लेकिन कोई खास नहीं मिल पाया। विभागों ने बहुत प्रस्ताव भी भेजे थे। लेकिन अधिकतर प्रस्तावों पर कोई विचार नहीं किया गया। बजट से पहले सरकार ने जनप्रतिनिधियों व विभिन्न संगठनों से फीडबैक लिया था

मलसीसर, मंड्रेला व बुहाना को नगरपालिका बनाने की थी उम्मीद। मलसीसर और बुहाना उपखंड मुख्यालय है। जबकि मंड्रेला बरसों पहले नगर पालिका रह चुका है। इसके साथ ही जिले के सूरजगढ़, बुहाना व चिड़ावा में बाइपास की भी उम्मीद थी। जिला मुख्यालय पर अधूरे पड़े रेलवे ओवरब्रिज के लिए बजट मिलने की उम्मीद थी। वहीं चिड़ावा में एएसपी कार्यालय और पीएचईडी एक्सईएन कार्यालय की भी पुरी उम्मीद थी। बुहाना को सरकारी आईटीआई, पिलानी विधानसभा क्षेत्र के चिड़ावा में राजकीय पॉलीटेक्निक कॉलेज खुलने की संभावना थी।

सूरजगढ़ व उदयपुरवाटी क्षेत्र में पेयजल संकट को देखते हुए सरकार बजट का प्रावधान की उम्मीद भी थी। वसुंधरा सरकार में मंजूर किया गया शौर्य उद्यान अब भी बंद पड़ा है। शहीदों की याद को चिरस्थायी बनाए रखने के लिए राजस्थान धरोहर संरक्षण प्रोत्रति प्राधिकरण की ओर से बनाए गए इस शौर्य उद्यान को पूरा बजट नहीं मिलने के कारण यह अभी मूर्त रूप नहीं ले पाया है। इस बजट में पुरी उम्मीद थी कि इन्हे बजट मिलेगा। लेकिन बजट नहीं दिया गया है।

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