मंत्री किरोड़ीलाल मीणा के खिलाफ एक्शन लेगी भाजपा?:फोन टैपिंग के आरोपों से नाराज हाईकमान; अनुशासनहीनता का नोटिस, 3 दिन में जवाब मांगा
मंत्री किरोड़ीलाल मीणा के खिलाफ एक्शन लेगी भाजपा?:फोन टैपिंग के आरोपों से नाराज हाईकमान; अनुशासनहीनता का नोटिस, 3 दिन में जवाब मांगा

जयपुर : भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने कैबिनेट मंत्री किरोड़ीलाल मीणा को अनुशासनहीनता का नोटिस भेजा है। किरोड़ी के फोन टैपिंग के बयान को पार्टी ने अनुशासनहीनता माना है। किरोड़ी को कारण बताओ नोटिस जारी कर तीन दिन में जवाब मांगा गया है। नोटिस को लेकर किरोड़ी बोले- मैं पार्टी का अनुशासित सिपाही, नोटिस मिलते ही तय समय में जवाब भेज दूंगा।
दरअसल, किरोड़ी लाल मीणा लगातार अपने बयानों से पार्टी के लिए परेशानी का सबब बने हुए थे। सीएमओ और पार्टी की तरफ से किरोड़ी की रिपोर्ट केंद्रीय नेतृत्व को भेजी गई थी, लेकिन दिल्ली चुनाव के चलते पार्टी ने इस पर कोई एक्शन नहीं लिया था। बताया जा रहा है कि प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ की राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से फोन पर बात हुई और उसके बाद किरोड़ी को नोटिस जारी करने का निर्णय लिया गया। मदन राठौड़ आज दिल्ली पहुंच चुके हैं, मंगलवार से संसद सत्र में भाग लेंगे।
माना जा रहा है कि इस दौरान वे राष्ट्रीय अध्यक्ष से मुलाकात भी करेंगे और इस मुलाकात में किरोड़ी पर आगे क्या एक्शन लिया जाए, इस पर भी चर्चा होगी। किरोड़ी लाल मीणा की तरह ही पार्टी ने हरियाणा में भी मंत्री अनिल विज को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
नोटिस में कहा गया-
आप भाजपा के सदस्य है और पार्टी के टिकट पर सवाई माधोपुर क्षेत्र से विधायक निर्वाचित हुए हैं। आप राजस्थान सरकार में मंत्री भी है। आपने पिछले दिनों मंत्रिपरिषद से इस्तीफे की खबर न्यूज पेपर में छपवाने के लिए उपलब्ध करवाई और सार्वजनिक रूप से बयान देकर भाजपा नीत सरकार पर फोन टैप कराने का आरोप लगाया, जो असत्य है। आपने बयान देकर भाजपा की बहुमत वाली सरकार की प्रतिष्ठा को धूमिल करने का काम किया।
मंत्री का इस्तीफा मुख्यमंत्री के पास
लोकसभा चुनाव में पार्टी की हार के बाद किरोड़ी लाल मीणा ने अपने मंत्री पद से भी इस्तीफा दे दिया था। इस्तीफा देने की जानकारी उन्होंने जयपुर में 4 जुलाई को एक धार्मिक कार्यक्रम के दौरान मीडिया को दी थी।
उन्होंने कहा था कि मैंने मुख्यमंत्री को 8 और 25 जून को इस्तीफा भेजा था, लेकिन उन्होंने मेरा इस्तीफा स्वीकार नहीं किया। उसके बाद मैंने उनका इस्तीफा मिलकर दिया। हालांकि इसके बाद किरोड़ी लाल मीणा बतौर मंत्री विभागीय फाइलें निपटाते रहे, लेकिन वह कैबिनेट बैठकों में शामिल नहीं हुए। उनके इस्तीफे को लेकर हमेशा पार्टी ने कहा कि वह हमारे वरिष्ठ नेता हैं। मंत्री के तौर पर सरकार में काम कर रहे हैं।
अब जब पार्टी ने उन्हें अनुशासनहीनता का नोटिस जारी कर दिया है। ऐसे में सियासी हलकों में चर्चा शुरू हो गई है कि अब जो इस्तीफा मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के पास रखा हुआ है, क्या वह अब स्वीकार हो जाएगा?
किरोड़ी के आरोपों पर सदन में हुआ था जमकर हंगामा
किरोड़ी के फोन टैपिंग के आरोपी के बाद विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ था। कांग्रेस ने मुख्यमंत्री से इस्तीफा की मांग की थी और नेता प्रतिपक्ष ने विरोध के चलते राज्यपाल के अभिभाषण पर भाषण तक नहीं दिया था। यही नहीं कांग्रेस विधायक मुख्यमंत्री के भाषण के दौरान नारेबाजी करते रहे थे।