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नीमकाथाना जिला बचाने के लिए सड़कों पर उतरे वकील:शहर में निकाली आक्रोश रैली, एडीएम को सौपा ज्ञापन, 10 जनवरी तक हड़ताल का आह्वान किया


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नीमकाथाना जिला बचाने के लिए सड़कों पर उतरे वकील:शहर में निकाली आक्रोश रैली, एडीएम को सौपा ज्ञापन, 10 जनवरी तक हड़ताल का आह्वान किया

नीमकाथाना जिला बचाने के लिए सड़कों पर उतरे वकील:शहर में निकाली आक्रोश रैली, एडीएम को सौपा ज्ञापन, 10 जनवरी तक हड़ताल का आह्वान किया

नीमकाथाना : नीमकाथाना जिला और सीकर संभाग का दर्जा रद्द करने के बाद नीमकाथाना क्षेत्र में आंदोलन और अधिक उग्र हो गया है। कई समाजों के लोग, सामाजिक संगठन, और विद्यार्थी इस निर्णय के विरोध में आंदोलन कर रहे हैं। कलेक्ट्रेट के सामने कार्मिकों का भूख हड़ताल जारी है।

आज जिला बार संघ भी इस आंदोलन में शामिल हो गया। बार संघ के वकीलों ने शहर में आक्रोश रैली निकालते हुए भाजपा सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। यह रैली कोर्ट कैंपस से प्रारंभ होकर मुख्य मार्गों से होती हुई कलेक्ट्रेट पहुंची, जहां अधिवक्ताओं ने जमकर प्रदर्शन किया और एडीएम अनिल भगीरथ शाख को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।

बार संघ का 10 जनवरी तक हड़ताल

बार संघ अध्यक्ष सत्यनारायण यादव ने बताया- नीमकाथाना जिला मापदंडों को पूरा करता था। उन्होंने भाजपा सरकार पर नीमकाथाना जिले को रद्द कर संकीर्ण मानसिकता अपनाने का आरोप लगाया। यादव ने कहा कि नीमकाथाना से सरकार को सबसे अधिक राजस्व प्राप्त होता है, ऐसे में जिले को रद्द करना अनुचित है। बार संघ ने 10 जनवरी तक हड़ताल पर रहने का निर्णय लिया है।

बड़े आंदोलन की दी चेतवानी

एडवोकेट मनीराम जाखड़ ने इस निर्णय को जनता के साथ अन्याय बताते हुए कहा कि नीमकाथाना जिला पूरी तरह स्थापित हो चुका था। वहीं, एडवोकेट गोपाल सैनी ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने अपना निर्णय वापस नहीं लिया, तो बड़ा आंदोलन होगा। उन्होंने बताया कि भाजपा सरकार के खिलाफ आंदोलन की रणनीति तैयार हो चुकी है, और जल्द ही उग्र कदम उठाए जाएंगे।

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