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वकीलों का कलेक्ट्रेट पर विरोध-प्रदर्शन:बोले- सीकर को संभाग और नीमकाथाना को जिला रहने दें, उग्र आंदोलन की चेतावनी दी


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वकीलों का कलेक्ट्रेट पर विरोध-प्रदर्शन:बोले- सीकर को संभाग और नीमकाथाना को जिला रहने दें, उग्र आंदोलन की चेतावनी दी

वकीलों का कलेक्ट्रेट पर विरोध-प्रदर्शन:बोले- सीकर को संभाग और नीमकाथाना को जिला रहने दें, उग्र आंदोलन की चेतावनी दी

सीकर : सीकर को संभाग व नीमकाथाना को जिला निरस्त करने के विरोध में सीकर अभिभाषक संघ भी सरकार के विरोध में उतर आया है। आज (सोमवार) को अनेक वकीलों ने जिला कलेक्ट्रेट में विरोध-प्रदर्शन किया और जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। वकीलों ने कलेक्ट्रेट में जमकर नारेबाजी की।

कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन करते हुए वकील।
कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन करते हुए वकील।

अभिभाषक संघ सीकर के महासचिव नरेश कुमार भूकर ने कहा- भाजपा सरकार ने सीकर को संभाग व नीमकाथाना को जिला निरस्त कर दिया है जो शेखावाटी के लोगों के साथ अन्याय है। नीमकाथाना के लोग पिछले कई वर्षों से नीमकाथाना को जिला बनाने की मांग कर रहे थे। जिले के साथ-साथ सरकार ने सीकर से संभाग का दर्जा भी छीन लिया जो उचित नहीं है।

कलक्टर से मुलाकात करते हुए किसान।
कलक्टर से मुलाकात करते हुए किसान।

वकीलों ने कहा- पिछली सरकार ने राजस्थान में वर्षों से नए जिले व संभाग बनाने की मांग पर सहानुभूति पूर्वक विचार करते हुए सीकर जिले में से नीमकाथाना जिला नया बना दिया। साथ ही सीकर को संभाग बनाने की घोषणा भी कर दी थी। इसके बाद भौगोलिक दृष्टि से भी सीमांकन किया गया और अधिसूचना जारी कर दी। जिसके बाद सीकर संभाग अस्तित्व में आया। सीकर संभाग में चुरु, झुन्झनू, सीकर व नीमकाथाना जिलों को शामिल किया गया था।

पिछले 17 महीनों से सीकर संभाग मुख्यालय पर संभागीय आयुक्त, अतिरिक्त संभागीय आयुक्त की नियुक्ति की गई थी। प्रशासनिक ढांचा धीरे-धीरे कार्य करने लगा। संभागीय मुख्यालय पर पुलिस आईजी की नियुक्ति की गई और आईजी ऑफिस बना दिया गया। जिनमें काम होने लगा था। लेकिन अब यहां के लोगों को फिर से जयपुर चक्कर काटने पड़ेंगे। वकीलों ने चेतावनी देते हुए कहा कि सीकर को संभाग व नीमकाथाना को जिला निरस्त करने का आदेश रद्द कर बहाली के आदेश जारी करने चाहिए। अन्यथा अभिभाषक संघ उग्र आंदोलन करेगा।

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