लोगों को हिमालय के मीठे पानी का इंतजार,खेतड़ी सीमा के नौरंगपुरा से पापड़ा सीमा तक डली हुई है पाइप लाइन
करोड़ों रुपए की लागत से डली कुंभाराम लिट परियोजना की पाइप लाइन खनन माफियाओं की चढ़ी भेंट
पचलंगी : उदयपुरवाटी पहाड़ी क्षेत्र में पीने के पानी की समस्या के स्थाई समाधान के लिए चुनाव लड़ने वाले उमीदवार कुंभाराम लिट परियोजना का लॉलीपॉप देकर चुनाव लड़ते है। लेकिन यह पहाड़ी क्षेत्र के ग्रामीणों के लिए आज भी सपना ही बना हुआ है। जबकि उदयपुरवाटी उपखंड से सटे खेतड़ी के नौरंगपुरा, सुनारी सहित अन्य गांवों में कुंभाराम लिट परियोजना के माध्यम से हिमालय के मीठे पानी की सप्लाई चालू है। वहीं वर्षों पूर्व खेतड़ी सीमा से लेकर उदयपुरवाटी उपखंड के जोधपुरा, बाघोली व पापड़ा सीमा तक कुंभाराम लिट परियोजना की पाइप लाइन डाली गई थी। लेकिन इसमें हिमालय के मीठे पानी की सप्लाई अभी तक शुरू ही नहीं की गई। लोगों को हिमालय के मीठे पानी का इंतजार ही बना हुआ है।
खनन माफियाओं के भेंट चढ़ी कुंभाराम लिट परियोजना की पाइप लाइन –
काटली नदी बहाव क्षेत्र में कुंभाराम लिट परियोजना की पाइप लाइन डाली गई थी। अवैध खनन के कारण काटली नदी बहाव क्षेत्र में यह पाइप लाइन जगह-जगह पर बाहर निकल चुकी व कहीं तो क्षतिग्रस्त भी हो गई। गौरतलब है कि इसमें अभी पीने के पानी की सप्लाई ही शुरू नहीं हुई उससे पहले ही पाइप लाइन का यह हाल हो गया।
सड़क निर्माण में भी पाइप लाईन निकली बाहर
इन दिनों बाघोली से ठीकरिया एन एच 52 को जोड़ने के लिए सड़क निर्माण का कार्य चल रहा है। सार्वजनिक निर्माण विभाग के द्वारा ठेकेदार के माध्यम से कार्य करवाया जा रहा है। कार्य के दौरान सड़क क्षेत्र में बजरी आने पर बजरी का अवैध खनन करने के कारण व सड़क निर्माण के दौरान काफी दूरी में यह पाइप लाइन बाहर निकल गई। कहीं पर तो यह क्षतिग्रस्त भी हो गई। ग्रामीणों का आरोप है कि अभी हिमालय का मीठा पानी पीने को मिला ही नहीं। वहीं करोड़ों रुपए की लागत से डली पाइप लाइन खुर्द बुर्द भी हो गई।
इनका कहना है-
सड़क निर्माण के दौरान पाइप लाइन बाहर निकल गई। संबंधित सार्वजनिक निर्माण विभाग उदयपुरवाटी सहायक अभियंता राकेश कुमार को साथ लेकर मौका स्थिति देखी गई। बाहर निकली पाइप लाइन को सेटी दीवार बनाकर अंदर करने के लिए निर्देशित किया गया। वहीं कहीं सड़क निर्माण के बीच में आ रही है तो पाइप लाइन शिटिंग के लिए भी निर्देशित किया गया।
-जी.आर मौर्य, अधिशासी अभियंता कुंभाराम लिट परियोजान प्रोजेक्ट खेतड़ी।