खेतड़ी के राजकीय अजीत उप जिला अस्पताल के स्टोर में तीन वर्षों से सील पैक रखी है सोनोग्राफी मशीन
मशीन लगने के बाद भी मरीजों को डायलिसिस का फायदा नहीं, जाना पड़ता है अन्य स्थानों पर

खेतड़ी : राजकीय अजीत उप जिला अस्पताल खेतड़ी तहसील का सबसे बड़ा अस्पताल है। इस अस्पताल में यह कहावत चरितार्थ होती है कि अनाज होने के पश्चात भी परिवार को भूखा रहना पड़ रहा है। अस्पताल में आज के समय की महत्वपूर्ण जांच सोनोग्राफी व किडनी रोग के मरीजों की डायलिसिस नहीं हो पा रही है। अस्पताल में सोनोग्राफी मशीन मौजूद हैं। लेकिन यहां गत 3 वर्षों से सोनोग्राफी नहीं हो पा रही है। सोनोग्राफी के लिए मरीज को झुंझुनूं व नीमकाथाना के निजी सोनोग्राफी सेंटरों पर चक्कर लगाना पड़ रहा है। खेतड़ी में यह सोनोग्राफी मशीन 8 अप्रैल 2021 को झुंझुनूं से आई थी । जब से मशीन आई है अस्पताल में सोनोलॉजिस्ट नहीं होने के कारण मशीन स्टोर में रखी हुई है।

डायलिसिस मशीन लगी पर सुविधा नहीं मिल रही है –
राजकीय अजीत उप जिला अस्पताल में राज्य सरकार ने सात माह पूर्व डायलिसिस मशीन लगा दी। परंतु अस्पताल में आज तक डायलिसिस विशेषज्ञ चिकित्सक को नहीं लगाया गया है। इस कारण मरीज को इस सुविधा का लाभ नहीं मिल पा रहा है। डायलिसिस के लिए मरीजों को अन्य शहरों में जाना पड़ता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि हर जटिल बीमारी में तथा महिलाओं के प्रसव काल में चिकित्सक सोनोग्राफी की राय देते हैं। मशीन होने के बावजूद यहां मरीज को महंगे दामों पर अन्यत्र जाकर सोनोग्राफी करवानी पड़ती है। वहीं डायलिसिस मशीन लगा दी गई है। डायलिसिस के लिए एक कमरा भी तय कर दिया गया है। परंतु डायलिसिस शुरू नहीं की गई है।

राजकीय अजीत उप जिला अस्पताल खेतड़ी तहसील का सबसे बड़ा अस्पताल है ।पूरी तहसील के लोग यहां बीमारी के इलाज के लिए आते हैं ।परंतु सोनोग्राफी जांच के लिए यहां सुविधा नहीं होने पर उनको सिंघाना, चिडावा , झुंझुनूं या नीमकाथाना जाना पड़ता है ।इससे उन पर अधिक आर्थिक भार पड़ता है। अत: खेतड़ी की सोनोग्राफी मशीन को शुरू करवाया जाए। – महावीर प्रसाद तोगड़िया,पूर्व ब्लॉक शिक्षा अधिकारी खेतड़ी
खेतड़ी अस्पताल में सोनोग्राफी की सुविधा उपलब्ध नहीं है। अधिकांश बीमारियों तथा महिलाओं को प्रसव काल के दौरान चिकित्सक सोनोग्राफी की सलाह देते हैं। परंतु खेतड़ी में यह सुविधा उपलब्ध नहीं होने से महिलाओं को अन्यत्र सोनोग्राफी करवाने के लिए जाना पड़ता है ।इससे उनके साथ एक परिवार जन को जाना पड़ता है। जिससे उन पर आर्थिक भार अधिक पड़ता है । – रेखा सैनी, एडवोकेट खेतड़ी
राजकीय अजीत उप जिला अस्पताल खेतड़ी में डायलिसिस मशीन के संचालन के लिए टेक्नीशियन को शीघ्र ट्रेनिंग करवाई जा रही है तथा सोनोग्राफी मशीन शुरू करने के लिए पीसीपीएनडीटी एक्ट के तहत चिकित्सक का रजिस्ट्रेशन करवाने की प्रक्रिया भी जारी है । शीघ्र ही इन दोनों मशीनों को शुरू कर दिया जाएगा। – डॉ विनय गहलोत, सीएमएचओ, नीमकाथाना
राजकीय अजीत उप जिला अस्पताल में सोनोग्राफी मशीन उपलब्ध होने के बावजूद मरीज को इस सुविधा का लाभ नहीं मिल रहा है। इस मशीन को चालू करने के लिए अनेक बार अलग-अलग प्लेटफार्म पर इसको शुरू करने की मांग उठाई गई है। परंतु मशीन उपलब्ध होने के बावजूद इस सुविधा का लाभ आम आदमी को नहीं मिल पा रहा है और मरीज को मजबूरी में आर्थिक बोझ के नीचे दबाना पड़ रहा है। -मनीष कुमार घुमरिया, दुधवा
राजकीय अजीत उप जिला अस्पताल में राज्य सरकार ने डायलिसिस मशीन व सोनोग्राफी मशीन दोनों उपलब्ध करा रखी हैं। परंतु स्थानीय लोगों को इन दोनों ही सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। कारण कि सोनोग्राफी मशीन 3 वर्षों से स्टोर में सील पैक पड़ी है। वही डायलिसिस मशीन लगा तो दी गई है परंतु टेक्नीशियन नहीं होने की वजह से इसे शुरू नहीं किया गया है। -चंदगी राम सैनी, खेतड़ी
जिन मरीजों की किडनी खराब हो गई है उन्हें हर महीने औसतन न दो बार डायलिसिस करवानी पड़ती है ।खेतड़ी के सबसे बड़े अस्पताल राजकीय अजीत उप जिला अस्पताल में डायलिसिस का एक कक्ष स्थापित कर उसमें मशीन भी लगा दी गई है। परंतु मशीन लगाने के बाद में भी यहां यह सुविधा चालू नहीं की गई है । अत: इस मशीन को शुरू करवाया जाए। – हरमेंद्र चनानिया ,पार्षद वार्ड नंबर 13 खेतड़ी