केसीसी प्रशासन ने 18 माह बाद करीब 250 के बिलों में करीब पचास लाख रूपए का निकाला बकाया
केसीसी के क्वार्टरों के लीज धारकों के बिलों में बड़ा घोटाला, लीजधारकों ने कंपनी के कर्मचारियों को दिए रूपए, नही करवाएं कंपनी में जमा

खेतड़ी नगर : केसीसी प्रशासन द्वारा नवंबर माह में केसीसी प्रोजेक्ट की आवासिय क्वाटरों में रहने वाले लीजधारक व लीज दुकानदारों कों दिए बिलों ने पसीने छुडा दिए। करीब 250 लीज धारकों के अप्रेल 2023 से नवंबर 2024 तक करीब पचास लाख रूपए का बकाया बिल भेज दिया। केसीसी प्रोजेक्ट द्वारा मोबाईल पर भेजे गए बिलों को देख कर लीज धारक संकते में आ गए और केसीसी मैनेजमेंट के अधिकारियों से बिल में संसोधन करने की मांग की। जानकारी के अनुसार केसीसी प्रोजेक्ट ने टाउनशिप के आवासिय क्वार्टरों व दुकानों को लीज पर दे रखा है जिनका बिल प्रत्येक माह मोबाईल के मार्फत भेजा जाता है।
नवंबर माह में जब लीजधारकों के मोबाईल पर बिल का मैसेज आया जिसमें करीब 250 लोगों का अप्रेल 2023 से बिल बकाया दिखाया गया। कई लीजधारकों ने बताया कि प्रत्येक माह बिल का पैसा ऑन लाईन कंपनी में जमा करवा रहे है वही कई लीज धारकों ने कंपनी के कर्मचारी के मार्फत जमा करवाने की बात कही। लीजधारकों ने बताया कि अगर किसी माह जमा नही करवा पाते तो अगले माह में बकाया बिल जुड़़कर आ जाता है। जबकी कंपनी अप्रेल 2023 से बकाया बिल बता रही है।
उन्होंने बताया कि कंपनी का नियम है कि अगर बिल पहले से बकाया चल रहा था तो पहले वाले बिलों में एरियर जौड़ कर भेजा जाता है, लेकिन उक्त लीजधारकों को 18 माह में एक बार भी बकाया एरियर जौड़ कर नही भेजा गया। इस संबंध में कई लीजधारकों ने केसीसी प्रोजेक्ट में कार्य करने वाले कर्मचारी पर आरोपी लगाया, उन्होंने बताया कि एचसीएल के कर्मचारी को बिल के पैसे जमा करवाने को दिए थे। जानकारी के अनुसार सैंट्रल मार्केट की एक दुकानदार के करीब साढे तीन लाख रूपए, हैयर ड्रेसर दुकानदार के करीब एक लाख 26 हजार रूपए, सब्जी मंडी में करीब एक दुकानदार के 74 हजार, एक लाख नौ हजार, एक लाख 48 हजार, कईयो के पचास हजार से ऊपर के बिल बकाया सामने आए।
इस संबंध में केसीसी प्रोजेक्ट के उपमहाप्रबंधक (मानव संसाधन) एस शिवदर्शी ने बताया कि व्यापार मंडल के कुछ सदस्य आए उन्होंने बताया कि कंपनी द्वारा नवंबर माह में जो बिल भेजे गए है उनेमें पिछले 18 माह का बकाया बिल दिखाया जा रहा है। मामले को संज्ञान में लेते हुए विभागिय अधिकारियों को निर्देश दिया है कि मामले की उचित जानकारी प्राप्त करे, साथ ही इस प्रकार के बिल किस कारण आएं है उसकी जांच करे। उन्होंने बताया कि जो भी दोषी होगा कंपनी उस पर कार्यवाही करेंगी। लीजधारकों की जो समस्या है उसका भी समाधान करेंगी। उन्होंने बताया कि ऑन लाईन पैमेंट सिस्टम है और जो अन्य इससे जुड़े हुए है उनमें कही पर कुछ गड़बड़ी हुई है जिसके कारण मामले की जांच की जा रही है। कही पर कमी मिली उसको सुधारा जाएंगा। एस शिवदर्शी ने बताया कि कंपनी के कुछ कर्मचारियों को लीजधारकों ने बिल जमा करवाने के लिए पैसे दिए है इस प्रकार की उन्हें शिकायत मिली है, उस शिकायत पर भी फोकस कर जांच करने की बात कही, अगर कंपनी का कोई भी कर्मचारी इस मामले में लिप्त पाया गया उसके खिलाफ विभागिय कार्यवाही की जाएगी।