सीकर : यूआईटी और नगर परिषद के बीच तालमेल के अभाव के कारण लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। दरअसल, पिपराली रोड चौराहे पर बिजली निगम कार्यालय के पास लोगों ने कचरा डाल रखा है। इस जगह कई टन कचरा एकत्र हो गया है।
हालत ये है कि कचरा अब रोड तक फैल गया है। इसके बावजूद जिम्मेदार अधिकारी आंख मूंदकर बैठे हैं। व्यापारियों ने मामले को लेकर कई बार संबंधित अधिकारियों को अवगत कराया है। इसके बाद भी कचरा नहीं उठाया जा रहा है। इस कचरे के कारण अब हादसे होने लगे हैं। रात के दौरान बाइक सवार रपट कर चोटिल हो रहे हैं।
नगर परिषद के अधिकारी इस इलाके को यूआईटी का बताकर पल्ला झाड़ रहे हैं। वहीं यूआईटी के अधिकारी कहते हैं कि कचरा उठाने की जिम्मेदारी हमारी नहीं, नगर परिषद की है। जानकारी के अनुसार पिपराली रोड पर सोढाणी कृषि फार्म से चौराहे की तरफ का एरिया अब यूआईटी के अधीन आता है। ऐसे में एरिया की जवाबदेही यूआईटी की है। घर-घर से कचरा उठाने का कार्य अभी नगर परिषद द्वारा ही किया जा रहा है। नगर परिषद के अधिकारी बताते हैं कि घर-घर से कचरा तो उठा रहे हैं, लेकिन पिपराली रोड चौराहे पर एक जगह जमा कचरा या अन्य कार्य यूआईटी को कराने होते हैं। फिर भी हालात बिगड़ने पर संबंधित जगह से महीने में एक दो बार कचरा नगर परिषद ही उठा रही है
हादसे से सबक नहीं लिया
झुंझुनूं बाइपास पर बिजली निगम कार्यालय व राजकीय स्कूल के बीच करीब 100 मीटर एरिया में कचरा बिखरा हुआ है। यहां घोराणा पंचायत का स्कूल है। कुछ महीने पहले यहां स्कूल ग्राउंड की दीवार के गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो चुकी। दीवार भी बारिश के दौरान कचरे का दबाव लगने से गिरी थी। हादसे के बाद भी विभाग सबक नहीं ले रहा है। हालात पहले से बदतर हो चुके हैं।
गोकुलपुरा-झुंझुनूं बाइपास रोड पर जहां कचरा पड़ा है, वो जगह यूआईटी के अधीन आती है। ऐसे में कचरा उठाने की जिम्मेदारी यूआईटी की बनती है। फिर भी ज्यादा कचरा एकत्र होने पर नगर परिषद उठा रही है। 10-15 दिन में एक बार कचरा उठाया जा रहा है। – नागरमल, एईएन नगर परिषद, सीकर
शहर से नगर परिषद की ओर से ही कचरा उठाया जाता है। यूआईटी कचरा प्रबंधन नहीं देख रही है। पिपराली रोड चौराहा पर कचरे की समस्या बनी हुई है तो चेक कराकर समाधान कराया जाएगा। – रघुनाथ प्रसाद सैनी, एईएन यूआईटी, सीकर