राजेंद्र गुढ़ा बोले-जिन मुसलमानों ने ताजमहल-लालकिला बनाया, उनके रास्ते बंद:60 साल में कांग्रेस ने ये हाल किया; सारे रास्ते बंद कर दिए
राजेंद्र गुढ़ा बोले-जिन मुसलमानों ने ताजमहल-लालकिला बनाया, उनके रास्ते बंद:60 साल में कांग्रेस ने ये हाल किया; सारे रास्ते बंद कर दिए

झुंझुनूं : झुंझुनूं विधानसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी राजेंद्र गुढ़ा ने देश में मुसलमानों की हालत के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया। कहा- जिन मुसलमानों ने लालकिला-ताजमहल बनवाया उनके सारे रास्ते कांग्रेस ने बंद कर दिए। गुढ़ा ने डिप्टी सीएम दीया कुमारी पर भी तीखी टिप्पणी की, कहा- उनकी शादी में राजपूत समाज धरने पर बैठा था।
डिप्टी CM दीया कुमारी को लेकर गुढ़ा बोले- वे राजपूत समाज की ठेकेदार बनकर झुंझुनूं आईं थी। उनका विवाह सिटी पैलेस में क्यों नहीं हुआ? शादी कहां हुई। मंडप कहां लगा?
बता दें कि उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी 5 नवंबर को झुंझुनूं पहुंचीं थीं। उन्होंने भाजपा प्रत्याशी राजेंद्र भांबू के समर्थन में जनसंपर्क किया था। कार्यकर्ताओं की बैठक भी ली थी।
निर्दलीय प्रत्याशी राजेंद्र गुढ़ा ने झुंझुनूं शहर के बड़ा मोहल्ला में शनिवार रात 9 बजे नुक्कड़ सभा करते हुए ये बातें कहीं। आज इसका वीडियो सामने आया।

भजनलाल पहली बार सीएम, क्या बिगाड़ लेंगे
नुक्कड़ सभा में राजेंद्र गुढ़ा बोले- अशोक गहलोत तीन बार सीएम रहे, वसुंधरा राजे दूसरी बार सीएम रहीं। भजनलाल तो पहली बार के मुख्यमंत्री हैं। जब गहलोत और वसुंधरा का मैंने बैंड बजा दिया। तो भजनलाल मेरा क्या बिगाड़ लेंगे।
मुख्यमंत्री ने झुंझुनूं में अपने प्रत्याशी के समर्थन में 10-10 मंत्री लगा दिए। 20-20, 30-30 विधायक यहां पड़े हैं।

दीया कुमारी की राजपूत समाज की ठेकेदार बनकर आई
राजेंद्र गुढ़ा ने डिप्टी सीएम दीया कुमारी पर तीखी टिप्पणी की, कहा- झुंझुनूं में डिप्टी सीएम दीया कुमारी समाज की ठेकेदार बनकर आईं। उनका विवाह सिटी पैलेस में क्यों नहीं हुआ? उनकी शादी कहां हुई थी? उनकी शादी का मंडप कहां लगा था? वे समाज की ठेकेदार बनती हैं, उनकी शादी में तो सारा समाज धरने पर बैठा था।
आपके साथ होने वाली हर नाइंसाफी के खिलाफ राजस्थान विधानसभा में पहली आवाज मेरी ही उठेगी। आपने डॉ. असलम को घर बैठा दिया। आप ओला परिवार को भी सदा के लिए घर बैठा दो। उन पर अब रहम करने की जरूरत नहीं है।

कांग्रेस ने मुस्लिमों के सारे रास्ते बंद किए
राजेंद्र गुढ़ा ने कहा- कांग्रेस ने साठ साल देश पर राज किया। लाल किला, ताजमल और कुतुबमीनार बनाने वाले मुसलमानों की ये हालत किसने की। वे अरब देशों में जाकर बच्चों का लालन-पालन करते हैं। यहां भारत में कांग्रेस ने उनके सारे रास्ते बंद कर दिए।
चाहे व्यापार हो या नौकरी, सब जगह उनके लिए रास्ते बंद कर दिए। सरकारी नौकरी में एक वक्त 51 प्रतिशत मुसलमान थे, आज एक परसेंट भी नहीं हैं। कांग्रेस ने मुसलमानों को नीचे पटक दिया।
नेहरू तीन बार प्रधानमंत्री रहे, इंदिरा गांधी 17 साल पीएम रहीं, 10 साल मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री रहे, 5 साल राजीव गांधी और 5 साल नरसिम्हा राव का शासन रहा। फिर भी आज मुसलमानों का ये हाल क्यों हुआ।
मुझे 13 नवंबर तक का टाइम दे दीजिए। आपको लगेगा कि आपका भाई और आपका बेटा विधानसभा में बैठा है।

झुंझुनूं में त्रिकोणीय मुकाबला
झुंझुनूं विधानसभा सीट पर विधानसभा चुनाव बृजेंद्र ओला ने जीता था। इसके बाद पार्टी ने उन्हें लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार बना दिया। इसके बाद यह सीट खाली हो गई थी। वर्तमान में भाजपा ने यहां राजेंद्र भाबूं को उम्मीदवार बनाया है। जबकि कांग्रेस ने सांसद बृजेंद्र ओला के बेटे अमित ओला को टिकट दिया है। इस सीट पर राजेंद्र गुढ़ा निर्दलीय मैदान में हैं।
गुढ़ा कांग्रेस के परंपरागत मुस्लिम और दलित वोटर्स को अपनी तरफ करने के लिए लगे हैं। इस वोट बैंक में सेंध से कांग्रेस के समीकरण बिगड़ रहे हैं।
पूर्व आईएएस अशफाक हुसैन के नामांकन वापस लेने से अब मुस्लिम वोटर्स में बंटवारे की गुंजाइश कम हो गई है। इस बार उपचुनाव में मुकाबला कड़ा होने की संभावना है। झुंझुनूं में कांग्रेस-बीजेपी में किसी ने बगावत नहीं की है। बीजेपी में टिकट कटने से नाराज बबलू चौधरी को मना लिया है।
भाजपा ने राजेन्द्र भांबू को दूसरी बार झुंझुनूं विधानसभा से प्रत्याशी बनाया है। इससे पहले 2018 में प्रत्याशी बनाया था। 2023 के विधानसभा चुनाव में टिकट कट गया था। उसके बाद भांबू ने बागी होकर चुनाव लड़ा था। उपचुनाव में राजेन्द्र भांबू को प्रत्याशी बनाने पर बबलू चौधरी ने विरोध करते हुए बगावत शुरू कर दी थी। हालांकि बाद में भाजपा आलाकमान ने बबलू को मनाकर डैमेज कंट्रोल कर लिया।
कांग्रेस में किसी ने बागी पर्चा दाखिल नहीं किया था, लेकिन इस बार ओला विरोधी सक्रिय हैं।