बाड़मेर : बाड़मेर कलेक्ट्रेट के बाहर तीसरे दिन भी पूर्व केबिनेट मंत्री हेमाराम चौधरी ग्रामीणों के साथ धरने पर बैठे है। बीती दो रातें धरना स्थल पर गुजार चुके है। साथ ही जिला प्रमुख अपने ही विभाग के खिलाफ जाकर धरने का समर्थन दे दिया है। हेमाराम चौधरी का कहना है कि जब तक सभी स्वीकृत कार्यों के मस्टररोल जारी नहीं किए जाएंगे तब हमारा धरना जारी रहेगा।
वजह है कि गुड़ामालानी विधानसभा के मौखाबा खुर्द में स्वीकृत कार्यों का राजनीतिक द्वेषता की वजह से मस्टरोल जारी नहीं किए जा रहे है। करीब 69 व्यक्तिगत टांके और दो ग्रेवल सड़क स्वीकृत है। लेकिन पंचायत समिति बीडीओ और सीईओ की ओर से मस्टररोल जारी नहीं किए गए। बीती रात जिला परिषद के अधिकारी धरना स्थल पर पहुंचे। उन्होंने पूर्व मंत्री से वार्ता की, लेकिन सहमति नहीं बन पाई।
ज्ञापन देने पहुंचे पूर्व मंत्री, जिला प्रमुख की दो बार जिला कलेक्टर टीना डाबी के साथ पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी और अन्य कांग्रेसी नेताओं की वार्ता हुई और आश्वासन भी दिया, लेकिन देर रात तक कार्यों के मस्टररोल जारी नहीं किए। इससे धरना जारी है।
जिला प्रमुख महेंद्र चौधरी ने कहा- गुड़ामालनी विधानसभा के धोरीमन्ना, मौखावा खुर्द के तीन माह से काम स्वीकृत हो गए है। जिला कलेक्टर और सीईओ के मार्फत काम स्वीकृत होते है। स्वीकृत हो गए लेकिन बीडीओ और ग्राम सेवक की हठधर्मिता और राजनीतिक संरक्षण दिया जा रहा है। राजस्थान सरकार की विफलता है अधिकारी हावी हो रखे है। इसके कारण काम नहीं हो रहा है। कलेक्टर ने दो बजे तक का आश्वासन दिया हो जाएगा लेकिन अभी तक पूर्ण रूप से नहीं हुआ है। सीईओ से भी बात हुई है मीटिंग में गए है उन्होंने कहा कि मैं कोशिश कर रहा हूं।
जिला परिषद मीटिंग में उठा था मुद्दा
महेंद्र चौधरी ने कहा- जिला परिषद मीटिंग में मुद्दा उठा था। बीडीओ से पूछा गया था तब उसने कहा कि मस्ट्रोल जारी करने के लिए डिमांड नहीं आई है। अब मेरे पास डिमांड आ गई है मस्ट्रोल जारी कर दूंगा। 8 अक्टूबर को मीटिंग हुई थी अब आज 22 तारीख हो गई है लेकिन मस्ट्रोल जारी नहीं हुए है। सीईओ के माध्यम से कार्रवाई की जाएगी।
5 सितंबर को मनरेगा के कार्य स्वीकृत हुए, लेकिन मस्टररोल जारी नहीं हुए
मौखावा खुर्द ग्राम पंचायत में 5 सितंबर को मनरेगा के तहत व्यक्तिगत टांके व ग्रेवल सड़कों के कार्य स्वीकृत हुए थे। इसके बाद ग्राम पंचायत द्वारा 6 नंबर फॉर्म तैयार कर 19 जून को वर्क ऑर्डर के लिए पंचायत समिति गुड़ामालानी में विकास अधिकारी के समक्ष पेश किए गए, लेकिन विकास अधिकारी राजनीति कारणों से मस्टररोल जारी नहीं कर रहे है। ग्राम पंचायत के पूर्व सरपंच और विकास अधिकारी राजनीतिक कारणों से बाधा डाल रहे है। जिला कार्यक्रम समन्वयक व जिला कलेक्टर महानरेगा बाड़मेर द्वारा स्वीकृत कार्यों के मस्टररोल जारी करवाने के लिए भी कई बार निवेदन किया गया। उक्त ग्राम पंचायत में ग्रेवल सड़कें नहीं होने के कारण आम जनता को आवागमन के लिए परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
1 अक्टूबर को स्वीकृत कार्यों के मस्टररोल जारी हो गए
ग्राम पंचायत के 69 टांके व 2 ग्रेवल सड़कों के कार्य स्वीकृत होने के बावजूद विकास अधिकारी द्वारा मस्टररोल जारी नहीं किए जा रहे है। 1 अक्टूबर को स्वीकृत ग्रेवल सड़क गुड़ामालानी बाड़मेर से कालू की ढाणी स्कूल तक मस्टररोल 6 अक्टूबर को जारी किए गए। जबकि इनसे एक माह पूर्व में स्वीकृत कार्यों के अभी तक ग्रामीणों द्वारा फॉर्म 6 भरकर देने के बाद भी मस्टररोल जारी नहीं किए गए। मंगलवार को कलेक्टर के साथ वार्ता हुई, लेकिन देर रात तक वार्ता का सार्थक कोई रिजल्ट नहीं मिला।
धरना स्थल पर यह रहे मौजूद
मंगलवार को धरने पर पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी, जिला प्रमुख महेंद्र चौधरी, नगर परिषद सभापति दीपक माली, कांग्रेस नेता आजादसिंह राठौड़, लक्ष्मण गोदारा, यूथ कांग्रेस नेता राजेंद्र कड़वासरा, मूलाराम मेघवाल, देवाराम सांजटा, सुनीता चौधरी, मेवाराम सोनी, मुकेश जैन, रायचंद खांगट, हरचंद सोलंकी, कानाराम, महावीर बोहरा, दिनेश कुलदीप, राजूराम बेनीवाल, खुमाराम चौधरी, रसूख खां, करनाराम, चंपालाल भंडारी, तरुण सिंधी, रामूराम, डालू राम वकील, तेजाराम गोदारा, गुलाम खां बुरहान तला, स्वरूप सिंह पंवार, पूनम बाना, चंद्र प्रकाश बेनीवाल, सोहनलाल, सुरेश सोनी, जय प्रकाश शारदा, सचिन जोशी, रफीक खिलजी, छोटू सिंह, मुल्तान सिंह महाबार, किशन बड़ा, बिंजा राम, श्रवण चंदेल, उमा शंकर, जगदीश जाखड़, रुघनाथ कड़वासरा , सोनाराम मेघवाल, गोरधनराम साईं मौजूद रहे।