राजस्थान में जल्द हो जाएंगी 26 एकेडमी:राजनीतिक नियुक्तियों के लिए मिलेगी ज्यादा जगह, अभी प्रदेश में 18 अकादमी
राजस्थान में जल्द हो जाएंगी 26 एकेडमी:राजनीतिक नियुक्तियों के लिए मिलेगी ज्यादा जगह, अभी प्रदेश में 18 अकादमी

जयपुर : राजस्थान में प्रमुख अकादमियों और केंद्रों की संख्या 18 से बढ़कर 26 करने की तैयारी है। राज्य सरकार आठ अकादमी की औपचारिक घोषणा जल्द करेगी। इनमें अध्यक्ष, सदस्यों आदि की राजनीतिक नियुक्तियों का दौर भी जल्द देखने को मिलेगा। प्रदेश में 1986 के बाद यानी 38 साल बाद इतने बड़े स्तर पर अकादमियों का गठन हो रहा है।
इन अकादमियों को अलग से जमीन या फिहलाल अस्थाई ऑफिस, सालाना बजट आदि भी मिलेगा। पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने राजस्थान प्राकृत भाषा एवं साहित्य अकादमी की स्थापना को मंजूरी दी थी। यह अकादमी जैन धर्म के लोक साहित्य के प्रकाशन एवं मंदिरों के जीर्णोद्धार एवं संरक्षण के लिए कार्य करना तय हुआ था। अकादमी में पदाधिकारी पूरे नहीं बन पाए।
अकादमी गठन की शुरुआत जयपुर से हुई प्रदेश में सबसे पहली अकादमी जयपुर में राजस्थान स्कूल ऑफ आर्टस क्राफ्ट्स 1866 में बनी थी। फिर नाम बदलकर स्कूल ऑफ आर्ट कर दिया था। विद्या भवन संस्थान 1931 में उदयपुर में बना। इसके बाद प्राच्यविद्या संस्थान जोधपुर में बना।
ये नई अकादमियां बनेंगी
कहां | अकादमी का नाम |
जयपुर | सवाई जयसिंह, ढूंढाड़ अकादमी |
भरतपुर | महा. सूरजमल ब्रज अकादमी |
कोटा | सरदार बूंदा मीणा हाड़ौत अकादमी |
उदयपुर | राणा सांगा मेवाड़ अकादमी |
जोधपुर | राव जोधा राठौड़ अकादमी |
अजमेर | पृथ्वीराज चौहान अकादमी |
बीकानेर | जिलाई बाई मांड अकादमी |
सीकर | महाराव शेखाजी शेखावट अकादमी |
शेखाजी सशस्त्र बल अकादमी शुुरू हो चुकी है। |