जयपुर : राजस्थान से पुलिस बैक ग्राउंड के 3 सांसद चुन कर पार्लियामेंट पहुंचे हैं। अजब संयोग है कि तीनों कांग्रेस पार्टी के टिकट पर जीत कर सांसद बने। रोचक यह है कि सबसे युवा महिला सांसद चुनी गईं, उनका बैक ग्राउंड भी पुलिस से है। दिल्ली में कांग्रेस की पूर्व चेयरमैन सोनिया गांधी, राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने जब उनका परिचय पूछा तो पुलिस बैकग्राउंड सुनकर खुश हुईं।
भरतपुर सांसद संजना जाटव के कंधे पर हाथ रखकर सोनिया गांधी ने आशीर्वाद दिया। राजस्थान के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस ने इंडिया अलायंस के साथ गठबंधन करके 25 में से 11 सीटें जीती। इस बीच कांग्रेस के सांसदों का पुलिस और पॉलिटिक्स का अनूठा कनेक्शन दिखा। कांग्रेस के तीन सांसद ऐसे हैं जिनका पुलिस से किसी न किसी प्रकार से कनेक्शन रहा है। ये तीनों बाड़मेर लोकसभा सांसद उम्मेदा राम बेनीवाल, टोंक सवाई माधोपुर सांसद हरीश मीणा और भरतपुर की सांसद संजना जाटव हैं।
संजना जाटव, सांसद भरतपुर
नवनिर्वाचित भरतपुर सांसद संजना जाटव 26 साल की हैं। सबसे कम उम्र की सांसद हैं। संजना के पति कप्तान सिंह राजस्थान पुलिस में कांस्टेबल हैं। संजना पहले कठूमर से विधानसभा चुनाव भी लड़ीं, लेकिन मात्र 409 वोट से हार गई थीं। इससे पहले जिला परिषद सदस्य रहीं। एलएलबी पास संजना के पति ने ही उनको चुनाव लड़ने को प्रेरित किया।
संसद के आगे पुलिस ड्यूटी करते थे उम्मेदाराम
बाड़मेर लोकसभा सीट के नवनिर्वाचित सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल का भी पुलिस से कनेक्शन रहा है। बेनीवाल बाड़मेर के पूनियों का तला गांव के रहने वाले हैं। उन्होंने 1995 में दिल्ली में बतौर पुलिस कांस्टेबल के रूप में जॉइन की थी। इस दौरान बेनीवाल 10 साल तक दिल्ली पुलिस में रहे। उन्होंने बताया कि दिल्ली में सांसदों का संसद में आना-जाना लगा रहता था और उनका पुलिस थाना भी संसद मार्ग पर ही था। फिर नौकरी छोड़ राजनीति में आए और इस बार जीते।
कांग्रेस राज में राजस्थान के डीजीपी रहे हरीश मीणा
टोंक सवाई माधोपुर के नवनिर्वाचित सांसद हरीश मीणा आईपीएस रह चुके हैं। वे गहलोत के राज में ही डीजीपी बनाए गए थे। हरीश मीणा 1976 बैच के आईपीएस अधिकारी रहे। 2009 से 2013 तक हरीश मीणा राजस्थान के डीजीपी रहे। वे दोनों दलों से सांसद बन चुके हैं, विधायक भी रहे।