खेतड़ी के ऐतिहासिक भोपालगढ़ किले के दरवाजे बंद करने पर विरोध, ग्रामीणों ने तहसीलदार को ज्ञापन देकर कि मुख्य रास्ते खुले रखने की मांग
खेतड़ी के ऐतिहासिक भोपालगढ़ किले के दरवाजे बंद करने पर विरोध, ग्रामीणों ने तहसीलदार को ज्ञापन देकर कि मुख्य रास्ते खुले रखने की मांग
जनमानस शेखावाटी संवाददाता : राजेश कुमार गुप्ता
खेतड़ी : खेतड़ी के ऐतिहासिक भोपालगढ़ के किले के दरवाजे बंद करने को लेकर ग्रामीणों में विरोध पनपने लगा है। सोमवार को भोपालगढ़ विकास समिति की ओर से तहसीलदार को ज्ञापन देकर ऐतिहासिक रास्तों को आमजन के लिए खुले रखने की मांग की है। तहसीलदार नीलम राज बंसीवाल को दिए ज्ञापन में बताया कि खेतड़ी की पहाड़ी पर बना ऐतिहासिक भोपालगढ़ के किले के परकोटे में पुराने समय में चार रास्ते बने हुए है जो पूर्व में कस्बे की ओर, पश्चिम में बीलवा की ओर, दक्षिण में बागोर व सती मंदिर तथा उत्तर पश्चिम में टीलालवाली, बांकोटी की ओर जाता है। भोपालगढ़ किले के परकोटे में स्थित आबादी क्षेत्र व मंदिर में आने जाने के लिए पुराने समय से इन्हीं रास्तों का उपयोग होता रहा है। पिछले कुछ समय पहले भी किले व मंदिर में आने वाले लोग इन रास्तों का उपयोग करते आ रहे है।
वर्तमान में भोपालगढ़ के किले की चारदीवारी की मरम्मत का कार्य पुरातत्व विभाग राजस्थान सरकार द्वारा करवाया जा रहा है। निर्माण कार्य के दौरान उक्त रास्तों पर उन्हें बंद कर दिया गया, जिसके चलते यहां आने वाले लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। विभाग द्वारा सुरक्षा की दृष्टि से गेट लगा दिया जाए, ताकि यहां आने वाले लोगों को परेशानी नहीं उठानी पड़े। उन्होंने बताया कि यदि प्रशासन की ओर से जल्द प्रभावी कार्रवाई नहीं की गई तो ग्रामीण आंदोलन करने को मजबूर हो जाएंगे। इस संबंध में तहसीलदार नीलम राज ने जल्द मौका मुआयना कर आवश्यक कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।
इस मौके पर समिति अध्यक्ष श्याम सिंह चौहान, अरूण पारीक, रमेश तिवारी, लाखनसिंह, नंदकिशोर, अरविंद सिंह निर्वाण, भूपेंद्र सैनी, लालसिंह, संजय नालपुरिया सहित अनेक लोग मौजूद थे।