अंगूठी पर बनाया आमेर महल:जयपुर की गलियों को भी दिखाया, एक इंच के बटन पर बनाया राम दरबार
अंगूठी पर बनाया आमेर महल:जयपुर की गलियों को भी दिखाया, एक इंच के बटन पर बनाया राम दरबार

जयपुर : जयपुर में अब महिलाओं के साथ पुरुष ज्वेलरी का ट्रेंड भी बढ़ने लगा है। जयपुर के सी स्कीम में हाल ही में शाइनी डब्बा के नाम से मेंस ज्वेलरी शोरूम की शुरुआत हुई है। इसकी सबसे बड़ी खासियात है कि यहां आमेर महल रिंग, एक इंच के बटन पर राम दरबार और सियाराम ब्रोश भी तैयार किए गए हैं। इसके साथ ही राजपूत और मराठा सम्राटों की तलवारों और कटारों से भारत की संस्कृति को दर्शाया गया है।
चांदी और पीतल से बने इन ज्वेलरी को हीरे, रूबी, सफायर, एमरल्ड, क्वार्ट्ज, इत्यादि से सजाया गया है। ये आभूषण शेरवानी और कोट के बटन, कफ लिंक, अंगूठियां, ब्रेसलेट, चैन, ब्रोश, और अन्य के रूप में मौजूद हैं। इन प्रोडक्ट्स के जरिए भारत के इतिहास और सभ्यता का प्रचार किया जा रहा है। इनमें रामपुर (उत्तर प्रदेश) के नबाव की कटार का ब्रोश, गुजरात, केरला के कटार ब्रोश, पन्ना मीणा बावड़ी (आमेर के पीछे) के कफ लिंक, पशमीना(कश्मीर) के पॉकेट स्क्वायर, जयपुर के प्रसिद्ध लंगूर, आमेर महल को शामिल किया है।
शाइनी डब्बा के ओनर लवी कुमार ने बताया- पिछले 20 सालों से जयपुर में ज्वेलरी का काम कर रहा हूं। जयपुर शहर को वैसे भी राजसी ज्वेलरी के लिए जाना जाता है, लेकिन अधिकतर ज्वेलरी महिलाओं के लिए ही तैयार की जाती हैं। मुझे ज्वेलरी पहनने का शौक है। मैं जब भी जयपुर में अपने लिए ज्वेलरी लेने जाता तो बहुत ही काम वैरायटी देखने को मिलती थी।
उन्होंने कहा- ऐसे में आइडिया आया कि पुरुषों के लिए ज्वेलरी की शॉप शुरू की जाए। ऐसे में जयपुर सी स्कीम में हाल ही में शाइनी डब्बा के नाम से राजस्थान का पहला मेंस ज्वेलरी शोरूम खोला है।

आमेर पैलेस रिंग में क्या खास
जयपुर शहर की शुरुआत आमेर महल से हुई थी। इसे देखते हुए चांदी की अंगूठी पर पूरे आमेर महल को दिखाया गया है। यह रिंग लगभग एक इंच की है। इसकी कीमत लगभग 10 हजार है। इसे बनाने में एक महीने का समय लगा। इसमें 15 दिन डिजाइन तैयार करने में लग गए। जयपुर के कारीगरों ने मिलकर इसे तैयार किया है।
राम दरबार टंगा बटन भी खास
एक इंच के बटन पर राम दरबार को बनाया गया है। यह बटन चांदी से तैयार किया गया है। इस बटन पर राम-सीता, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न और हनुमान बनाए गए हैं, जो एक बंद गला बटन है।

जयपुर ब्रोश
इसे जयपुर की गलियों से इंस्पायर होकर बनाया गया है। जिस तरीके से जयपुर की गलियों की प्लानिंग है। वैसे ही डिजाइन से इस ब्रोश को तैयार किया गया है। इसमें चारदीवारी के गलियों के डिजाइन को बनाया गया है। इसे ब्रॉन्स से बनाया गया है।

सियाराम ब्रोश सियाराम ब्रोश को डिजाइन करने वाले डिजाइनर रिषभ ने बताया- इस ज्वेलरी में सियाराम लिखने के साथ ही रोली चंदन और चावल को भी शामिल किया गया है। साथ ही उज्जैन की मुद्राओं से इंस्पायर्ड बंद गला बटन बनाया गया है। जयपुर के लंगूर पर आधारित कफ लिंक ब्रोश और पॉकेट स्क्वायर भी तैयार किए गए हैं।
लवी कुमार ने बताया- जयपुर में खुली पुरुषों के लिए पहली ज्वेलरी की दुकान में लगभग 30 तरीके के ब्रोश, 50 तरीके के कफ लिंक, 50 तरीके के बंद गला सेट बटन, 50 तरीके के पॉकेट स्क्वायर, कई तरीके की अंगूठिया पेंडेंट, ब्रासलेट, कागज और चमड़े के बैग, वॉलेट, इत्यादि उपलब्ध हैं।


