‘खान की झोपड़िया’:पीएम मोदी ने जिस गांव का किया था जिक्र, वहां डेढ़ माह बाद अब भाजपाराज में भी फिर शुरू हो गया अवैध खनन
‘खान की झोपड़िया’:पीएम मोदी ने जिस गांव का किया था जिक्र, वहां डेढ़ माह बाद अब भाजपाराज में भी फिर शुरू हो गया अवैध खनन
‘खान की झाेपड़िया’… कोटा जिले की सरहद पर बारां जिले की अंता विधानसभा का यह गांव अवैध खनन की वजह से कांग्रेस राज में पूरे पांच साल सुर्खियों में रहा। खुद कांग्रेस के तत्कालीन विधायक भरत सिंह ने इस गांव को लेकर अपनी ही सरकार के खान मंत्री प्रमोद जैन भाया पर आरोप लगाते हुए उन्हें निशाने पर रखा।
हाल ही विधानसभा चुनावों में यह गांव मुद्दा बना और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक ने अंता में हुई सभा में अपने भाषण में गांव का जिक्र किया था। राज्य में भाजपा की सरकार बनने के बाद करीब डेढ़ महीने तक तो यहां अवैध खनन बंद रहा लेकिन अब दो दिन में यह फिर शुरू हो गया है। हालांकि पहले जहां राेज पत्थराें के 400 ट्रैक्टर और 400 डंपर निकलते थे, वहीं अब 30 से 40 वाहन निकल रहे हैं। गांव के लोगों का कहना है कि ध्यान नहीं दिया तो फिर उतना ही अवैध खनन होने लगेगा।
पिछले वर्षों में माफिया ने यहां जमकर अवैध खनन किया। माैके पर ट्रक-ट्रैक्टर पत्थर ले जाते हुए
अवैध खनन पूरी तरह बंद करवा दिया है। काेटा प्रशासन ने हाेम गार्ड व चेक पाेस्ट भी लगा दी थी। अभी एक-दाे दिन से शुरू हाे गया हाे ताे इसकी जानकारी नहीं है। – सुधांशु उपाध्याय, एमई, खनन विभाग बारां
अभी ताे अवैध खनन की काेई ऐसी जानकारी नहीं है। – अविनाश कुलदीप, एसएमई, खनन विभाग, काेटा
सिर्फ एक खान में अनुमति वह भी ड्रिल की
बरसों से माफिया ने इस जमीन को मनमर्जी से खाेदा। जहां इच्छा हुई वहां से पत्थराें का खनन किया। यहां माफिया ने एक किलाेमीटर तक का एरिया खाेद डाला। 24 से अधिक खानाें में खनन किया। वैसे ताे यहां वर्तमान में एक खान की लीज है। इसमें भी फिलहाल ड्रिलिंग की अनुमति है, खनन की नहीं है।
ग्रामीण कर रहे पलायन
करीब 2 हजार की आबादी वाला ये गांव खननकर्ताओं के लिए सोना उगलने वाला तो ग्रामीणों के लिए बंजर है। नदी के इस पार काेटा की सीमा है। वहीं, नदी के पार सभी गांव बारां जिले में हैं। इसी का फायदा माफिया उठाते रहे हैं। गांव में प्रवेश करने वाली सड़क खुदी हुई है। 80 फीसदी मकान कच्चे हैं। छतें नहीं हैं। जिनकी छतें पक्की हैं तो वहां धमाकाें से ददारें आ गईं। अधिकांश लाेग पलायन कर गए।
चुनाव में चर्चा में रहा गांव
तत्कालीन विधायक भरत सिंह ने गांव काे काेटा जिले में मिलाने के लिए आंदोलन भी किया। पीएम नरेंद्र माेदी जब चुनाव प्रचार में अंता आए ताे उन्हाेंने अवैध खनन काे मुद्दा बनाया। कांग्रेस विधायक का हवाला देते हुए कहा- भाया रे भाया खूब खाया, एक गांव ताे पूरा ही खाया। इसके बाद ताे हाड़ाैती की सियासत ही बदल गई। बारां जिले में सभी चार सीटें भाजपा ने जीत लीं।