सीएम पद के लिए वसुंधरा का शक्ति प्रदर्शन:सुबह से रात तक 30 से ज्यादा विधायक मिलने पहुंचे, समर्थकों का दावा- 47 आए
सीएम पद के लिए वसुंधरा का शक्ति प्रदर्शन:सुबह से रात तक 30 से ज्यादा विधायक मिलने पहुंचे, समर्थकों का दावा- 47 आए
जयपुर : राजस्थान विधानसभा चुनाव में भाजपा को बहुमत मिलने के बाद सबसे बड़ा सवाल है- मुख्यमंत्री कौन होगा? इसी सवाल का जवाब तलाशने के लिए जयपुर से दिल्ली तक हलचल बढ़ गई है।
सीएम पद के प्रमुख दावेदारों में से एक वसुंधरा राजे ने चुनाव नतीजों के अगले दिन ही शक्ति प्रदर्शन शुरू कर दिया। सोमवार को सुबह से लेकर रात तक 30 से ज्यादा विधायक उनके जयपुर स्थित आवास पर मिलने पहुंचे। समर्थकों का दावा है कि 47 विधायक आए।
स्पेशल रिपोर्ट में पढ़िए- कैसे नतीजों के महज कुछ घंटों बाद सर्दी के मौसम में सीएम पद को लेकर सियासी सरगर्मी बढ़ गई है…
भाजपा में सीएम पद के कितने दावेदार?
दरअसल, रविवार को आए विधानसभा चुनाव 2023 के परिणाम में भाजपा पूर्ण बहुमत के साथ 115 सीट लेकर आई। इन नतीजों के बाद से ही प्रदेश के नए मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर कयास शुरू हो गए।
सबसे पहला दावा वसुंधरा राजे का है, क्योंकि वे दो बार मुख्यमंत्री रही हैं। सीएम के दो अन्य फेस राजेंद्र राठौड़ और सतीश पूनिया चुनाव हार गए हैं।
अब जो बचे हुए चेहरे हैं, इनमें अर्जुन राम मेघवाल, सीपी जोशी प्रमुख हैं, लेकिन दीया कुमारी, बालकनाथ के भी नाम चल रहे हैं।
इसके अलावा किरोड़ी लाल मीणा, केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, अश्विनी वैष्णव, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला, ओम माथुर, पूर्व संगठन मंत्री रहे प्रकाश चंद के नाम की भी चर्चा है।
दावा: विधायकों ने एक सुर में कहा- वसुंधरा को सीएम बनाना चाहते हैं
सीएम कौन…की अटकलों के बीच पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा के यहां सोमवार को विधायकों के साथ मुलाकात के दौर से चर्चा शुरू हो गई है। समर्थकों का दावा है कि इस दौरान उनसे मिलने आए कई विधायकों ने एक सुर में कहा कि वे वसुंधरा को सीएम बनाना चाहते हैं। इतना ही नहीं, ये भी दावा किया जा रहा है कि उनके पास 40 से ज्यादा MLA का समर्थन है।
ये विधायक मिलने पहुंचे पूर्व सीएम से
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा से मिलने के लिए कालीचरण सराफ, बाबू सिंह राठौड़, प्रेमचंद बैरवा, गोविंद रानीपुरिया, ललित मीणा, कंवरलाल मीणा, राधेश्याम बैरवा, कालूलाल मीणा, केके विश्नोई, विक्रम बंशीवाल आदि उनके आवास पर पहुंचे।
इनके अलावा भागचंद टाकड़ा, रामस्वरूप लांबा, प्रताप सिंह सिंघवी, गोपीचंद मीणा, बहादुर सिंह कोली, शंकर सिंह रावत, मंजू बाघमार, विजय सिंह चौधरी, समाराम गरासिया, रामसहाय वर्मा, पुष्पेंद्र सिंह राणावत, शत्रुघ्न गौतम, गजेंद्र खींवसर, गुरवीर सिंह आदि ने भी वसुंधरा के आवास पर उनसे मुलाकात की।
वैर और नसीराबाद विधायक बोले- वसुंधरा हों सीएम
वसुंधरा से मुलाकात करने वाले दो विधायकों ने कहा कि वसुंधरा को सीएम बनाना चाहिए। वैर विधायक बहादुर सिंह कोली ने कहा- राजस्थान की जनता की मांग है कि वसुंधरा को सीएम बनाना चाहिए। सीएम का फैसला शीर्ष नेतृत्व को तय करना है, लेकिन अगर हमारी राय पूछी जाएगी तो हम वसुंधरा का नाम आगे करेंगे। वे दो बार मुख्यमंत्री रह चुकी हैं और सभी विधायकों का उन्हें समर्थन है।
नसीराबाद से बीजेपी विधायक रामस्वरूप लांबा ने वसुंधरा से मुलाकात के बाद कहा- पीएम मोदी और वसुंधरा द्वारा किए गए कामों के कारण ही राजस्थान में बीजेपी की वापसी हुई है। जीते हुए 115 विधायकों का वसुंधरा को समर्थन है। नावां विधायक विजय सिंह चौधरी ने कहा- राजस्थान की जनता चाहती है कि वसुंधरा मुख्यमंत्री बनें।
सीपी जोशी ने शाह और नड्डा से की मुलाकात
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने आज दिल्ली में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से उनके निवास पर मुलाकात की। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से उनके कार्यालय में मुलाकात की। इस दौरान उनके साथ बीजेपी के प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह भी थे। इसके साथ ही बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता और सांसद भी दिल्ली पहुंच चुके हैं।
मुख्यमंत्री पद पर चौंकाने वाला नाम आ सकता है
पीएम मोदी के केंद्र में सत्ता में आने के बाद जिन भी राज्यों में चुनाव हुए हैं, वहां भाजपा ने मुख्यमंत्री पद पर नए चेहरे देकर चौंकाया है। राजस्थान में भी आधा दर्जन से ज्यादा नेता सीएम पद की रेस में हैं। फाइनल फैसला पीएम मोदी, अमित शाह के स्तर पर होगा, लेकिन तब तक बीजेपी में अंदरखाने कई तरह के कयास लग रहे हैं।
विधायक दल की बैठक में होगी नाम की घोषणा
सीएम पद पर नेता का नाम जल्द फाइनल होने के आसार हैं। दिल्ली में नाम फाइनल होने के बाद जयपुर में जल्द ही बीजेपी विधायक दल की बैठक बुलाई जाएगी। इस बैठक में बीजेपी के चुनाव प्रभारी, प्रदेश प्रभारी और वरिष्ठ नेता रहेंगे। विधायक दल की बैठक में ही सीएम के नाम की घोषणा होगी। बीजेपी में अब तक इसी परिपाटी से सीएम के नाम की घोषणा की जाती रही है।