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शेखावाटी के झुंझुनूं जिले में कांग्रेस भाजपा पर इस बार भी पड़ेगी भारी


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शेखावाटी के झुंझुनूं जिले में कांग्रेस भाजपा पर इस बार भी पड़ेगी भारी

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : अनिल शर्मा

खेतड़ी : यू तो शेखावाटी कांग्रेस का गढ़ माना जाता है। इसमें वीर भूमि के नाम से प्रसिद्ध झुंझुनू जिला हमेशा कांग्रेस के साथ रहा है। यहा कांग्रेस के दिग्गज रामनारायण चौधरी और शीशराम ओला के इस गढ़ में भाजपा सेंध मारने में कुछ मौकों को छोड़कर कामयाब नहीं हो पाई थी। वैसे अब देखा जाए तो शीशराम ओला के बाद हुए दोनों ही लोकसभा चुनावों में भाजपा ने एकबार संतोष अहलावत व दूसरी बात नरेंद्र खीचड़ के सहारे बड़े अंतर से जीत दर्ज कर लोकसभा सीट पर कब्जा कायम कर लिया है। लेकिन यहां पर विधानसभा चुनावों में कांग्रेस भाजपा पर भारी रहती आ रही है। ऐसा ही नजारा अब कि बार भी झुंझुनूं की सातो सीटों पर फिर से दिखाई दे रहा है। वर्तमान में जिले में झुंझुनूं, मण्डावा, नवलगढ, खेतडी व पिलानी कांग्रेस के पास है। गत चुनाव मे सुरजगढ भाजपा और उदयपुरवाटी बसपा के खाते मे गई थी।

इस बार उदयपुरवाटी कांग्रेस के खाते में जाते हुए दिखाई दे रही हैं। यहां माली वोटों की बहुलता है। जिनपर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का जादू छाया है। जिसे देखते हुए कांग्रेस माली समाज को टिकट देकर प्रत्याशी बना सकती है।

भाजपा ने पूर्व विधायक शुभकरण चौधरी को ही अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है। भाजपा ने मण्डावा से सांसद नरेंद्र खीचड़, नवलगढ से विक्रम सिंह, झुंझुनूं से बबलू चौधरी, व उदयपुरवाटी से शुभकरण चौधरी को प्रत्याशी घोषित कर दिए है। इन सभी उम्मीदवारों पर कांग्रेसी प्रत्याशी भारी दिखाई दे रहे हैं, भाजपा द्वारा प्रत्याशित घोषित किए जाने के बाद बडे वोट बैंक मे शामिल माली और ब्राह्मण समाज ने बगावती तेवर दिखाने शुरू कर दिए है क्योंकि भाजपा ने यहां से माली व ब्राह्मण को उम्मीदवार नहीं बनाया है जबकि, कांग्रेस ब्राह्मण समाज को ख्रुश करने के लिए नवलगढ से डॉ. राजकुमार शर्मा और माली समाज के लिए उदयपुरवाटी से भगवानाराम सैनी को टिकट दे सकती है। पिलानी मे दोनो ही पार्टी नए प्रत्याशियो की खोज मे मशगूल है। झुंझुनूं कांग्रेस का गढ़ है। यहाँ जाट समाज के बाद माली समाज बड़ा वोट बैंक हैं। जिसकी भाजपा अनदेखी कर रही है। कांग्रेस इसका लाभ उठाने के फेर में है। भाजपा ब्राह्मण समाज से भी दूरी बना रही हैं। जबकि कांग्रेस डॉ. राजकुमार शर्मा के सहारे ब्राह्मण समाज को खुश कर सकती हैं। खेतड़ी से भाजपा धर्मपाल गुर्जर को अपना प्रत्याशी बनाकर चुनाव में उतार सकती है क्योंकि वो पिछली बार मात्र 957 मतों से ही पराजित हुआ था तथा उसका जनाधार भी गुर्जर जाती में सर्वाधिक है दूसरी तरफ कांग्रेस पुनः डॉक्टर जितेंद्र सिंह को चुनाव में उतारेगी यहां से बहुजन समाज पार्टी ने पहले ही मनोज कुमार घूमरिया को पार्टी की टिकट देदी है।

खेतड़ी में अबकी बार तिकोनात्मक मुकाबला होगा तीनों ही उम्मीदवार एक दूसरे पर भारी पड़ेंगे तथा यहां का परिणाम चौंकाने वाला होगा डॉक्टर जीतेंद्र सिंह विकास के नाम पर वोट मांगेंगे जबकि धर्मपाल गुर्जर को सहानुभूति के नाम पर वोट मिलेंगे तथा घुमरिया क्षेत्र में सक्रियता के नाम पर वोट अर्जित करेगा करेगा। लोगों का मानस है कि अबकी बार कांग्रेस सरकार दोबारा रिपीट होगी क्योंकि उन्होंने राजस्थान में विकास कार्यों की गंगा बहाई है इसका लाभ कांग्रेस के सभी प्रत्याशियों को मिलेगा। हालांकि अभी तक झुंझुनू की सातों सीटों पर पार्टियों ने अपने प्रत्याशी चुनाव मेंदान में नहीं उतारे हैं लेकिन रण का बिगुल बज चुका है तथा चुनावी प्यादे मैदान में उतरने को तैयार है रणभेरी बज चुकी है अब देखना होगा आपस में मुकाबला किस प्रकार होगा तथा कौन विजय पताका फहराएगा यह आने वाला समय ही बताएगा।

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