[pj-news-ticker post_cat="breaking-news"]

सीकर में जुटे देशभर के पुजारी,बोले-सनातनी सरकार जमीन छीन रही:पिछली गैर-सनातनी सरकारों ने पुजारियों को कभी परेशान नहीं किया; आंदोलन की चेतावनी दी


निष्पक्ष निर्भीक निरंतर
  • Download App from
  • google-playstore
  • apple-playstore
  • jm-qr-code
X
खाटूश्यामजीटॉप न्यूज़राजस्थानराज्यसीकर

सीकर में जुटे देशभर के पुजारी,बोले-सनातनी सरकार जमीन छीन रही:पिछली गैर-सनातनी सरकारों ने पुजारियों को कभी परेशान नहीं किया; आंदोलन की चेतावनी दी

सीकर में जुटे देशभर के पुजारी,बोले-सनातनी सरकार जमीन छीन रही:पिछली गैर-सनातनी सरकारों ने पुजारियों को कभी परेशान नहीं किया; आंदोलन की चेतावनी दी

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : नैना शेखावत

खाटूश्यामजी : पुजारी सेवक महासंघ का द्वितीय प्रांतीय महाधिवेशन शुक्रवार को सीकर के खाटूश्यामजी स्थित जयपुर वालों की धर्मशाला में हुआ। महाधिवेशन में राजस्थान सहित देश के विभिन्न हिस्सों से आए एक हजार से अधिक मंदिर के पुजारियों ने हिस्सा लिया। इसमें पुजारियों ने 13 सूत्री मांगों को लेकर सरकार को आंदोलन की चेतावनी दी। अधिवेशन में पुजारियों ने कहा यदि मांगें पूरी नहीं हुई तो आंदोलन किया जाएगा।

महाधिवेशन में अखिल भारतीय पुजारी महा संघ, उज्जैन के अध्यक्ष महेश पुजारी ने कहा- यह देश का दुर्भाग्य है कि सनातनी सरकार पुजारियों और मंदिरों की मांगों को अनदेखा कर रही है। पिछली गैर-सनातनी सरकारों ने पुजारियों को कभी परेशान नहीं किया, लेकिन वर्तमान सनातनी सरकार पुजारी समाज की जमीन छीनने का काम कर रही है।

13 सूत्रीय मांगें रखी गईं

पुजारी सेवक महा संघ के प्रदेशाध्यक्ष राजेंद्र शर्मा ने कहा कि सरकार के सामने 13 सूत्रीय मांगें रखी गई हैं, लेकिन इन पर कोई अमल नहीं हो रहा। उन्होंने चेतावनी दी कि अब पुजारी महासंघ आंदोलन की राह पर चलेगा और मांगें पूरी न होने पर आर-पार की लड़ाई लड़ी जाएगी।

पुजारी महाधिवेशन में देशभर के हजारों पुजारी शामिल हुए।
पुजारी महाधिवेशन में देशभर के हजारों पुजारी शामिल हुए।

महाधिवेशन में उठीं 13 सूत्री मांग

  • भूमिहीन मंदिरों के सेवायत पुजारियों को प्रतिमाह 30 हजार रुपए की सहायता राशि दी जाए।
  • राजस्थान सेवायत पुजारी कल्याण बोर्ड का पुनर्गठन और कार्यों को गति दी जाए।
  • पुजारियों को हर महिने 10 हजार रुपए भोग राशि दी जाए।
  • प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि और अन्य कृषि योजनाओं का लाभ पुजारियों को दिया जाए।
  • सेवायत पुजारी प्रोटेक्शन बिल लागू किया जाए।
  • देवस्थान विभाग की सूची में दर्ज 48466 ग्रामीण मंदिरों के पट्टे वंशानुगत पुजारियों को जारी किए जाएं।
  • अराजकीय मंदिरों को नि:शुल्क बिजली और पानी की सुविधा दी जाए।
  • फार्मर रजिस्ट्री में सुधार कर मंदिर माफी भूमि को शामिल करना।
  • मंदिर संपत्ति विवादों के तुरंत समाधान के लिए मंदिर ट्रिब्यूनल का गठन।

पुजारियों ने सरकार को दी आंदोलन की चेतावनी

कार्यक्रम संयोजक मोहनदास चौहान ने कहा कि अधिवेशन के माध्यम से पुजारी समाज अपनी मांगों को सरकार तक पहुंचा रहा है। सरकार को पुजारियों की समस्याओं का समाधान करना चाहिए, वरना हम मजबूरन आंदोलन करेंगे। अधिवेशन में श्रीजी मंदिर किशनगढ़ के जुगल किशोर, पलसाना महंत मनोहर शरण शास्त्री, रतनलाल शर्मा, राजेश इंदोरिया, गिर्राज माटोलिया, अशोक मिश्रा, बंशीधर शर्मा सहित कई प्रमुख पुजारी मौजूद रहे।

Related Articles