शिविर में “बकरियों में कृत्रिम गर्भाधान” पर हुआ व्याख्यान
शिविर में "बकरियों में कृत्रिम गर्भाधान" पर हुआ व्याख्यान

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : चंद्रकांत बंका
झुंझुनूं : पशु विज्ञान केंद्र झुंझुनूं में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली की अनुसूचित जाति उपयोजना एवं प्रसार शिक्षा निदेशालय राजूवास बीकानेर के द्वारा आयोजित वैज्ञानिक बकरी पालन एवं प्रबंधन विषय पर संस्थागत छः दिवसीय प्रशिक्षण शिविर के पांचवें दिन केन्द्र के प्रभारी अधिकारी डॉ प्रमोद कुमार ने बताया कि प्रथम श्रेणी पशु चिकित्सालय जाखल के डॉ नवनीत रोहिला ने पशुपालको को बकरियों में परजीवी संक्रमण के बारे में बताते हुए बकरियों में परजीवी संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए, चारागाह प्रबंधन, दवा के पानी से नहलाना, और नियमित रूप से पशु चिकित्सक से परामर्श करने की सलाह दी तथा प्रथम श्रेणी पशु चिकित्सालय आबूसर के डॉ जयपाल सिंह फोगाट ने पशुपालकों को बकरियां में ताव( हीट ) आने के मुख्य लक्षण दूसरी बकरी के ऊपर कूदना, पूछ को हिलाना आदि के बारे में विस्तार से बताते हुए हिट पीरियड्स की प्रत्येक स्टेप के बारे में बताया एवं प्रॉपर समय पर बकरियां में कृत्रिम गर्भाधान करवाने की सलाह दी, साथ ही बकरियां में कृत्रिम गर्भाधान करने की विधि को विस्तार से बताते हुए कृत्रिम गर्भाधान के फायदे बताएं तथा केंद्र के डॉ उमेश कुमार ने बकरी पालन के लाभ बताते हुए बकरी आधारित एकीकृत कृषि प्रणाली के बारे में विस्तृत जानकारी दी l