गुढ़ा बोले-घर में गुंडे घुसेंगे तो जूतों से स्वागत होगा:लाइब्रेरी के छात्रों से मारपीट का मामला; एकतरफा कार्रवाई के आरोप
गुढ़ा बोले-घर में गुंडे घुसेंगे तो जूतों से स्वागत होगा:लाइब्रेरी के छात्रों से मारपीट का मामला; एकतरफा कार्रवाई के आरोप

मंडावा : पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा गुरुवार को झुंझुनूं जिले के मंडावा पहुंचे। यहां कल शाम 6 बजे कुछ युवकों ने सक्षम लाइब्रेरी में घुसकर छात्रों से मारपीट की थी। गुरुवार दोपहर 2 बजे पूर्व मंत्री मंडावा के मेन मार्केट पहुंचे और कहा- पुलिस समुदाय विशेष को टारगेट करते हुए एकतरफा कार्रवाई कर रही है। जब गुंडे घर में घुसेंगे तो मालाओं से नहीं, जूतों से स्वागत होगा।
बता दें कि बुधवार शाम 5 बजे एक धार्मिक जुलूस को देखने के लिए लाइब्रेरी के छात्र छत पर खड़े थे। जुलूस निकलने के बाद शाम 6 बजे पास ही रहने वाले पार्षद सत्तार खान, अनवर अली, अमीर, अब्दुल मजीद व जुबेर ने छात्र-छात्राओं के साथ मारपीट की थी। दो छात्रों को चोट आई थी।
इसके बाद लाइब्रेरी संचालक जिवेश ने मंडावा थाने में रिपोर्ट दी थी। पुलिस ने रात 9 बजे पार्षद समेत पांचों आरोपियों को गिरफ्तार करने की जानकारी दी थी। आरोपियों का तर्क था कि लाइब्रेरी में पढ़ने वाले छात्र परिवार की महिलाओं को देखते हैं। इस पर पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई के आरोप लगाए।
युवाओं का खून गर्म होता है, कौन बर्दाश्त करेगा
राजेंद्र गुढ़ा ने कहा- गली में कोई गुंडागर्दी करेगा, बहन बेटियों पर छींटाकशी करेगा तो कौन बर्दाश्त करेगा। कुछ लोग कानून की बात करते हैं। कुछ समझाते हैं। लेकिन युवा बर्दाश्त नहीं करते। गर्म खून होता है। जब इज्जत पर बात आती है तो इस तरह की हरकतें सहन नहीं होतीं।
उन्होंने कहा- काफी समय से असामाजिक तत्व बहन-बेटियों को परेशान कर रहे थे। बार-बार इसकी शिकायत की और समझाया। लाइब्रेरी की संचालक को भी समझाया। चार दिन पहले भी घटना हुई थी। इसके बावजूद प्रशासन ने एकतरफा कार्रवाई की। ये सरासर नाइंसाफी हैं, हम इसकी निंदा करते हैं, पक्षपात नहीं चलेगा।।
उन्होंने कहा- विशेष समुदाय के लोगों ने पुलिस को रिपोर्ट दी थी। फिर भी लाइब्रेरी के छात्रों पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई। एक पक्ष के लोगाें को हवालात में बंद कर दिया। पक्ष रखने गए पार्षद को भी शांतिभंग में बंद कर दिया। जबकि शांतिभंग में दोनों तरफ कार्रवाई होती है।
पूर्व मंत्री ने आरोप लगाया- विशेष समुदाय को टारगेट किया जा रहा है। ये कोई पहली घटना नहीं है। जिले में गंगा-जमुनी तहजीब का ढांचा तोड़ने की कोशिश की जा रही है। भाजपा सरकार आने के बाद भाईचारे को खत्म करने की कोशिश कर रही है।
नवलगढ़ में भी विशेष समुदाय के चेयरमैन को गलत तरीके से बर्खास्त कर दिया। इस तरह की कोशिश झुंझुनूं में भी की गई। लगातार एक ही समाज के लोगों के खिलाफ बदले की भावना से बर्ताव किया जा रहा है। ये देश किसी के बाप का नहीं है। इस संविधान में सभी लोग बराबर हैं। इस तरह का पक्षपात नहीं चलेगा। राजस्थान को यूपी नहीं बनने दिया जाएगा।
क्या है लाइब्रेरी छात्रों से मारपीट का मामला
बुधवार को एसपी शरद चौधरी ने कहा था- लाइब्रेरी में घुसकर आरोपियों ने अंकित निवासी बाजीसर और महेश निवासी मीठवास के साथ मारपीट की। दोनों के सिर में गंभीर चोटें आई हैं। घटना के बाद लाइब्रेरी संचालक जिवेश ने रिपोर्ट दी थी। इसके बाद मंडावा थानाधिकारी रामनिवास, एएसआई मुलायम सिंह, हेड कॉन्स्टेबल उस्मान गनी, महेंद्र सिंह, कॉन्स्टेबल पपेंद्र सिंह व विक्रम सिंह ने पांचों को शांति भंग में गिरफ्तार किया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
