दीवारें तो हैं लेकिन छत नहीं… पॉलीथिन और लकड़ी की बल्लियों से ढंका है वायरल गर्ल मोनालिसा का घर, ठीक सामने बना मुख्यमंत्री का हेलीपेड
नीली आंखों का जादू बिखेरने वाली मोनालिसा के पूर्वज राजस्थान के चित्तौड़गढ़ से करीब 150 साल पहले मध्य प्रदेश में आए थे. जगह-जगह घूमने वाले घुमन्तु परिवार करीब 30 साल पहले मां देवी अहिल्या की नगरी महेश्वर में आकर बस गए.
प्रयागराज : प्रयागराज महाकुंभ में माला बेचने पहुंची मध्य प्रदेश के महेश्वर की 17 वर्षीय मोनालिसा सोशल मीडिया पर वायरल होने से सुर्खियों में है. अब खूबसूरत नीली आंखों वाली वायरल गर्ल मोनालिसा के घर को लेकर चौंकाने वाली बात सामने आई है. मोनालिसा के घर की पक्की छत नदारद है. घर की दीवारें तो खड़ी हो गई हैं, लेकिन प्रधानमंत्री आवास योजना की दूसरी क़िस्त नहीं मिलने से छत पॉलिथिन और लकड़ी की बल्लियों से ढंकी है. खास बात यह है कि महेश्वर में बनाए गए मुख्यमंत्री मोहन यादव के हेलीपेड के ठीक सामने मोनालिसा का घर स्थित है.
नीली आंखों का जादू बिखेरने वाली मोनालिसा के पूर्वज राजस्थान के चित्तौड़गढ़ से करीब 150 साल पहले मध्य प्रदेश में आए थे. जगह- जगह घूमने वाले घुमन्तु परिवार करीब 30 साल पहले मां देवी अहिल्या की नगरी महेश्वर में आकर बस गए. रुद्राक्ष, रुद्राक्ष की मालाएं, स्फटिक और शिवलिंग सहित अन्य धार्मिक यंत्र प्रसिद्ध धार्मिक मेलों में बेचकर अपना गुजर बसर करते हैं.
महेश्वर में 24 को है MP कैबिनेट बैठक
आगामी 24 जनवरी को मां अहिल्या के 300वीं जयंती पर महेश्वर में मध्य प्रदेश सरकार की कैबिनेट बैठक होना है. संयोग से वायरल गर्ल मोनालिसा के घर के ठीक सामने के मैदान पर मुख्यमंत्री मोहन यादव का हेलीपेड बना है.
मोनालिसा सहित 4 भाई बहन
मोनालिसा की चाची रुबाना का कहना है मोनालिसा और उसकी छोटी बहन सहित दो भाई हैं. मोनालिसा थोड़ी बहुत तक पढ़ी है. हस्ताक्षर कर लेती है. देशभर के मेलों में सभी भाई बहन, माता-पिता और दादी मालाएं, रुद्राक्ष बेचने जाते हैं.
व्यापार में अड़चन से परेशानी, चर्चित होने की खुशी भी
चाची रुबीना का कहना है, मोनालिसा परिवार के साथ प्रयागराज महाकुंभ मेले में गई है. सोशल मीडिया में गई है. सोशल मीडिया में खूब वायरल होने से हमें खुशी तो है लेकिन बार-बार लोगों के पूछने से मोनालिसा और परिवार मालाएं नहीं बेच पा रहा है. इससे व्यापार नहीं चल पा रहा है. खरगोन लौटने का पूरा मन बना लिया था लेकिन अब महाकुंभ मेला पूरा करके लौटेंगे.
‘गरीब लोगों की आपको दुआ लगेगी’
मोनालिसा की चाची रुबीना ने अपनी पीड़ा जाहिर की और बताया, “घर अधूरा है. आप लोग, सरकार, नेता लोग, मंत्री लोग मदद करेंगे तो व्यवस्था मिलेगी. गरीब लोगों की आपको दुआ लगेगी. कुछ लोगों को कुटीर मिली है, कुछ को नहीं मिली है. मोनालिसा परेशान तो हो रही है. हम लोग बुलाना चाहते हैं. वहां काम के लिए गए हैं, मालाएं बेचने गए हैं. लोग कहते है मोनालिसा वायरल हो गई है. उनको लोग चारों तरफ से परेशान कर रहे हैं. बुला तो लें, लेकिन बाकी के लोग परेशान हो जाएंगे, इसलिए हम बुलाना नहीं चाहते.
मालाएं और रुद्राक्ष बेचकर करते हैं गुजारा
महेश्वर के समाजसेवी हेमंत जैन का कहना है, मोनालिसा जिस तरह से वायरल हुई है, उससे महेश्वर ही नहीं, पूरा मध्य प्रदेश सुर्खियों में है. ये घुमक्कड़ जाति के लोग हैं और जगह-जगह जाकर हिमालयी रुद्राक्ष मेलों में बेचते हैं. मालाएं और रुद्राक्ष बेचकर अपना और परिवार का भरण पोषण करते हैं, क्योंकि उनका व्यवसाय जगह-जगह होता है इसलिए एक स्थान पर नहीं रहते. लेकिन महेश्वर में घर बना लिया है. प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घर के लिए राशि दी गई है लेकिन आगे की किस्त नहीं दी गई. मोनालिसा के छत नहीं डली है. इन लोगों को शासन की ओर से शिक्षा स्वास्थ्य और आवास की सुविधा मिलना चाहिए.
इनका कहना
वहीं, नगर परिषद महेश्वर सीएमओ प्रियंक पंड्या का कहना है कि इस संबंध में कोई शिकायत आई नहीं है. कोई पत्राचार नहीं किया गया है. यदि कोई मांग आती है तो उसे पूरा किया जाएगा