उदयपुरवाटी में सफाई व्यवस्था बिगड़ने से पार्षदों में नाराजगी:सफाई कार्मिकों को उनके मूल पद पर लगाने की मांग की, ईओ को सौंपा ज्ञापन
उदयपुरवाटी में सफाई व्यवस्था बिगड़ने से पार्षदों में नाराजगी:सफाई कार्मिकों को उनके मूल पद पर लगाने की मांग की, ईओ को सौंपा ज्ञापन

उदयपुरवाटी : उदयपुरवाटी में सफाई व्यवस्था पूरी तरह से चरमराने पर नाराज 20 पार्षदों ने नगर पालिका के सफाई कार्मिकों को उनके मूल कार्य पर लौटाने की मांग को लेकर पालिका ईओ को हस्ताक्षर के साथ ज्ञापन सौंपा। जानकारी के अनुसार, मुख्य बाजार समेत शहर के विभिन्न हिस्सों में कचरे के ढेर लगने से सफाई व्यवस्था पूरी तरह से बिगड़ चुकी है।
शादी-विवाह जैसे खास मौकों पर भी वार्डों में सफाई नहीं हो रही। बताया गया कि नगर पालिका के एक दर्जन से अधिक स्थाई सफाई कार्मिक किसी नेता की सिफारिश पर दफ्तरों में तैनात हैं। कुछ कार्मिकों ने अपनी ड्यूटी एसडीओ कार्यालय, तहसील कार्यालय, या अन्य अधिकारियों के दफ्तर में लगवा रखी है, जिससे सफाई कार्य बाधित हो रहा है।
पार्षदों ने डीएलबी निदेशक के पत्रों का हवाला देते हुए इन सफाई कार्मिकों को उनके मूल पद पर लगाने की मांग की है। ज्ञापन देने वाले प्रतिनिधिमंडल में पूर्व चेयरमैन रूड़मल सैनी, संदीप सोनी, राजेंद्र ढेनवाल, तेजस छीपा, दिनेश सैनी, सीताराम जांगिड़, उमेश कुमावत सहित अन्य पार्षद शामिल थे।
साधारण सभा में चेयरमैन ने बताई मजबूरी
नगर पालिका मंडल की साधारण सभा में पार्षदों ने सफाई व्यवस्था सुधारने की मांग उठाई। इस पर चेयरमैन रामनिवास सैनी ने अपनी मजबूरी जाहिर की। सैनी ने कहा कि पिछली ईओ ने सफाई कार्य किसी मैनपावर एजेंसी को सौंप दिया था, जिससे व्यवस्था पूरी तरह चौपट हो गई।
चेयरमैन ने बताया कि एजेंसी को 80 सफाई कर्मियों के लिए भुगतान किया जा रहा है, लेकिन वास्तव में 40 कार्मिक भी उपलब्ध नहीं कराए जा रहे। उन्होंने कहा कि हाल की हड़ताल के दौरान भी एजेंसी से सफाई कर्मियों की मांग की गई थी, लेकिन कोई श्रमिक उपलब्ध नहीं कराया गया।
वार्डों में सफाई की अनदेखी
पूर्व चेयरमैन रूड़मल सैनी और पार्षद श्यामाराम सैनी ने कहा कि कई वार्डों में सफाई कर्मियों की तैनाती तक नहीं की गई है, जिससे इन इलाकों में गंदगी की समस्या और गंभीर हो रही है।
पार्षदों ने स्पष्ट रूप से मांग की है कि सफाई व्यवस्था में सुधार लाने के लिए सभी कार्मिकों को उनके मूल कार्य पर लगाया जाए। साथ ही सफाई एजेंसी से व्यवस्था सुधारने की जिम्मेदारी तय की जाए। इस मुद्दे पर नगर पालिका प्रशासन से शीघ्र समाधान की उम्मीद की जा रही है।