स्वर्गीय डी सी सिंघानिया की दुसरी पुण्यतिथि पर विविध कार्यक्रमों का किया गया आयोजन
स्वर्गीय डी सी सिंघानिया की दुसरी पुण्यतिथि पर विविध कार्यक्रमों का किया गया आयोजन

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : अयुब खान
पचेरी कलां : सिंघानिया विश्वविद्यालय, पचेरी कलां में शुक्रवार को संस्था के संस्थापक स्व. डी सी सिंघानिया की दूसरी पुण्यतिथि मनायी गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के अध्यक्ष डॉ मनोज कुमार (IAS Rted.) ने की। संस्था के चेयरमैन रवि सिंघानिया और उनकी धर्मपत्नी सोनल सिंघानिया कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथी शामिल हुए। कार्यक्रम की शुरुआत में सभी ने स्व. सिंघानिया की तस्वीर पर पुष्प अर्पित करके श्रद्धांजली दी। भजन मंडली द्वारा भजन कीर्तन किया किया गया।
अपने स्वागत भाषण में कैम्पस डायरेक्टर डॉ पी एस जस्सल ने सिंघानिया के जीवन पर विस्तृत प्रकाश डाला। संस्था के अध्यक्ष डॉ मनोज कुमार ने उनकी लिगसी को आगे ले जाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने बनाया की संस्था का नए इन्फ्रास्टक्चर के अनुसार विकास किया जा रहा है। विभिन्न प्रख्यात संस्थानो और औद्योगिक इकाईयो से अनुबंध किया जा रहा है। इस अवसर पर उन्होंने झुंझुनूं और महेंद्रगढ़ जिले के सभी विद्यार्थियों के लिए डी सी मैमोरियल मैडल की घोषणा की, जो कि पांच तरह की कैटगरी में दिए जाएगे। इसके अंतर्गत चयनित विद्यार्थियों को 11000/- रूपए तक की नकद राशि प्रदान की जाएगी। इस अवसर योगा प्रशिक्षण भी दिया गया। सिंघानिया स्कूल के बच्चो ने बागवान विषय पर एक सुंदर नाटक प्रस्तुत किया ।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संस्था के चैयरमैन रवि सिंघानिया ने आधुनिक समाज के बदलाव को स्वीकार करते हुए शिक्षा को जॉब ओरिएंटेड बनाने पर बल दिया और कहा कि शिक्षा उम्र की मोहताज नहीं हैं। उनके पिता ने अपने 72वें साल पर सिंघानिया विश्वविद्यालय की नींव रखी। वे अपने पिताजी के जीवन की प्रेरणादायी यात्रा को अपने जीवन में उतार कर इस शिक्षण संस्थान को आगे ले जाने के लिए दृढ़ संकल्पित है । इस अवसर पर सम्मानित अतिथि पचेरी कलां पूर्व सरपंच ओमप्रकाश बोहरा, साहित्यकार राधेश्याम गोमला और SBN स्कूल, नारनौल चेयरमैन कांता यादव ने भी सिंघानिया के जीवन को प्रेरणादायी बताया, जिसने लाखो लोगो को लाभान्वित किया। कार्यक्रम के अंत में रवि सिंघानिया ने जरूरतमंदो को कम्बल भी वितरित किए ।
इस अवसर आस-पास के गावों के सरपंच, गणमान्य लोग, संस्था के टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ और सिंघानिया स्कूल का स्टाफ भी मौजूद रहा ।