चिड़ावा : शहर की सिंघाना रोड के लालचौक बस स्टैंड पर यमुना नहर की मांग को लेकर किसानों द्वारा लगातार धरना दिया जा रहा है। मंगलवार को राजेंद्रसिंह की अध्यक्षता में 330 वें दिन भी ग्रामीणों ने धरना दिया। जिसमें वक्ताओं ने कहा कि भूजल स्तर गिर चुका है। जिससे खेती-बाड़ी नहीं हो रही। पानी के अभाव में हजारों एकड़ जमीन बंजर हो चुकी है। लोगों को गांव-ढाणियां छोड़कर पलायन करना पड़ रहा है। जो लोग गांव में गुजर-बसर कर रहे हैं, उन्हें भी पेयजल व्यवस्था के लिए टैंकरों से पानी मंगवाना पड़ रहा है। खेती-बाड़ी उजडऩे के कारण लोगों को रोजगार के लिए शहरों की तरफ पलायन करना पड़ रहा है। नहर का पानी नहीं मिलता है तो हालात ज्यादा खराब हो जाएंगे। ग्रामीणों ने आमजन की समस्या, क्षेत्र के विकास को ध्यान में रखते हुए यमुना नहर का पानी मुहैया करवाने की मांग की। जिससे कि क्षेत्र की बंजर हो चुकी जमीन भी हरी-भरी हो सके।
धरने में विजेंद्र शास्त्री, उप सचिव ताराचंद तानाण, यात्रा संयोजक रणधीर ओला, महिला प्रकोष्ठ अध्यक्षा सुनिता साईंपंवार, सतपाल चाहर, मनोहरलाल सैनी, प्रभुराम सैनी, धर्मपाल, राजेश कुमार, नौजवान सभा के सौरभ सैनी, करण कटारिया, योगेश यादव, संजय कुमार, इंद्राज सिंह, आदित्य, अजय शर्मा, सोमवीर, सुरेंद्र, जितेंद्र सिंह, कार्तिक, गणेश, अशोक हलवाई, नन्दनी शर्मा, निशांत, हार्दिक, तनुजा, महेंद्र चाहर, सुरेश कुमार, सुरेश वर्मा, हजारीलाल शर्मा आदि शामिल हुए।