गागरिया/बाड़मेर : एसआईओ राजस्थान द्वारा चलाए जा रहे “पश्चिमी राजस्थान शिक्षा आंदोलन” की ओर से वर्ष 2024 में दसवीं और बारहवीं कक्षा में 65 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने वाले मेधावी छात्र-छात्राओं को 6 नवंबर, बुधवार को सुबह 10 बजे, मदरसा मदीना-तुल-उलूम गागरिया (तहसील रामसर, बाड़मेर) में सम्मानित किया गया।एसआईओ राजस्थान प्रदेश सचिव सलीम अख़्तर ने बताया कि कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जनमानस राजस्थान के चीफ़ एडिटर डॉ रहीम खान रहे और अध्यक्षता एसआईओ राजस्थान के पूर्व प्रदेश सचिव मोहम्मद आजम खान ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में मौलाना हबीबुल्लाह कासमी, मौलाना अब्दुल हक़, शिक्षक मुकीम खान, शिक्षक शोएब खान, मौलाना इमाम खान, मौलाना अरशद, मौलाना अमीरुद्दीन शामिल रहे। कार्यक्रम की शुरुआत छात्र आसिफ खान ने तिलावत कुरआन से की।
एसआईओ राजस्थान के प्रदेश सचिव सलीम अख़्तर ने स्वागत भाषण देते हुए एस आई ओ राजस्थान और पश्चिमी राजस्थान शिक्षा आंदोलन की गतिविधियों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि पश्चिमी राजस्थान में उच्च शिक्षा की कमी को देखते हुए एस आई ओ राजस्थान ने यह आंदोलन शुरू किया है।
उन्होंने बताया कि “पश्चिमी राजस्थान शिक्षा आंदोलन” के कुछ मुख्य उद्देश्य पश्चिमी राजस्थान में शिक्षा की अहमियत का प्रचार और प्रसार करना, शिक्षा के प्रति लोगों को जागरूक करना, पश्चिमी राजस्थान में साक्षरता दर में बढ़ोतरी लाना, पश्चिमी राजस्थान के छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा की ओर प्रोत्साहित करना, पश्चिमी राजस्थान के छात्र-छात्राओं में शिक्षा प्राप्त करने के साथ-साथ नैतिक मूल्यों को भी परवान चढ़ाना, स्कूल में ज़्यादा से ज़्यादा छात्र-छात्राओं के नामांकन को बढ़ाना, ड्रॉपआउट छात्र-छात्राओं को स्कूल भेजने पर प्रोत्साहित करना और शिक्षा के प्रति छात्र-छात्राओं को गाइड करना है।
मुख्य अतिथि के रूप में स्टूडेंट्स को संबोधित करते हुए डॉ रहीम खान ने कहा कि आज मैं आप सभी के बीच खड़े होकर बेहद गौरवान्वित महसूस कर रहा हूँ। आप सभी ने अपनी मेहनत और लगन से यह मुकाम हासिल किया है, जिस पर मैं आपको बधाई देता हूँ। आप सभी ने साबित कर दिया है कि आप प्रतिभाशाली हैं और आप अपने सपनों को पूरा कर सकते हैं।आपने जो हासिल किया है, वह बहुत बड़ी बात है। आप सभी ने 10वीं और 12वीं की कक्षा में शानदार प्रदर्शन किया है। यह सिर्फ एक परीक्षा नहीं थी, बल्कि आपके जीवन की एक नई शुरुआत का संकेत है। आपने जो सीखा है, वह आपके भविष्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण होगा। आपके सामने बहुत सारे अवसर हैं। आप चाहें तो किसी भी क्षेत्र में जा सकते हैं। आप डॉक्टर, इंजीनियर, शिक्षक, वैज्ञानिक या कुछ ओर भी बन सकते हैं। बस आपको अपनी रुचि और क्षमता के अनुसार अपना लक्ष्य चुनना है और उसके लिए कड़ी मेहनत करनी है। आपके सपने बहुत बड़े हो सकते हैं, लेकिन असंभव नहीं हैं।
20 साल बाद का बाड़मेर कैसा होगा यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप भविष्य में क्या बनना चाहते हैं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे आज़म खान ने समाज के नव निर्माण में विद्यार्थियों की भूमिका विषय पर अपनी बात रखी। उन्होंने विद्यार्थी जीवन में नैतिकता पर बल देते हुए अच्छे विद्यार्थी के साथ साथ एक अच्छा इंसान बनने की बात कही। उन्होंने स्टूडेंट्स से माता पिता के प्रति उनके दायित्वों का निर्वहन करने का भी आव्हान किया।
विद्यार्थियों को शिक्षक मुकीम खान, मौलाना अमीरुद्दीन और मौलाना अब्दुल हक़ ने भी संबोधित किया।
कार्यक्रम में सभी प्रतिभावान विद्यार्थियों को शील्ड और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। 10वीं और 12वीं में टॉप थ्री स्थान पर रहने वाले स्टूडेंट्स को गोल्ड, सिल्वर और कांस्य पदक देकर भी सम्मानित किया गया।क्षेत्र के कई गणमान्य नागरिकों ने इस कार्यक्रम में पधारकर मेधावी छात्र छात्राओं को प्रोत्साहित किया।