जयपुर : जयपुर के पूर्व राजपरिवार ने आरोप लगाया है कि कुछ लोगों ने नगर निगम अधिकारियों के साथ मिलीभगत कर उनकी प्रॉपर्टी पर कब्जा कर लिया है। इस संबंध मे सिटी पैलेस के प्रशासनिक अधिकारी सिद्धार्थ सिंह ने जयपुर के माणक चौक थाने में राधा मोहन नाम के व्यक्ति सहित 4 लोगों के खिलाफ एफआईआर करवाई है।
जानकारी के मुताबिक यह प्रॉपर्टी गोविंद देव मंदिर के पास कमलगट्टा कॉलोनी में है। यह जगह सिटी पैलेस से करीब 1 किलोमीटर की दूरी पर है। एफआईआर में आरोप लगाया है कि इन लोगों ने सवाई भवानी सिंह के नाम से फर्जी आवंटन पत्र बनवाया है।
सीआई गुरू भूपेंद्र ने बताया कि पूर्व राजपरिवार की संपत्ति कमलगट्टा कॉलोनी में है। यहां काफी दिनों से नगर निगम आसपास से हटाए गए थड़ी, ठेले, अनाधिकृत टीन शेड डालता था। सिटी पैलेस ने उसे पिछले हटाया था। सिद्धार्थ सिंह ने एफआईआर में कहा कि इससे नाराज होकर राधा मोहन पुत्र ईश्वर लाल ने नगर निगम के अधिकारियों की मिलीभगत से षडयंत्रपूर्वक फर्जी कागज तैयार किए और संपत्ति को हड़पने की कोशिश की।
निगम अधिकारियों के साथ मिलकर साजिश रचने का आरोप सिटी पैलेस के प्रशासनिक अधिकारी सिद्धार्थ सिंह ने बताया- राजपरिवार के स्वामित्व और कब्जे की संपत्ति पर नगर निगम ने काफी सालों से नाजायज तरीके से कब्जा कर रखा था। उसे हटवाने के बाद से वहां पर राजपरिवार के स्वामित्व की संपत्ति होने का बोर्ड लगा हुआ है।
आवंटन-पत्र जारी करने की फर्जी कहानी बनाई सिद्धार्थ सिंह ने एफआईआर में बताया कि ये लोग 7 सिंतबर 2024 को संपत्ति पर आए। जब मैंने इन लोगों से संपत्ति के दस्तावेज मांगे तो इन लोगों ने प्लाट संख्या 7, कमल गट्टा कॉलोनी के फर्जी और बनावटी दस्तावेज दिए। उसमें 2010 का विक्रय पत्र व अन्य दस्तावेज थे।
दस्तावेज में दिखाया गया कि प्लाॅट को कर्नल भवानी सिंहजी की ओर से उनके हक में आवंटित किया गया है, उन्होंने इस आवंटन-पत्र की कोई प्रति हमें दस्तावेजों के साथ नहीं दी। सवाई भवानी सिंह ने कभी भी उस जमीन का कोई आवंटन पत्र जारी नहीं किया।