अरुणाचल प्रदेश : India-China Clash: भारतीय सीमा में घुसपैठ और जवानों से हाथापाई करके चीन क्या संदेश देना चाहता है? जानें
भारतीय सीमा में घुसपैठ और जवानों से हाथापाई करके चीन क्या संदेश देना चाहता है? जानें

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भी मंगलवार को संसद के दोनों सदनों में घटना की पूरी जानकारी दी और मौजूदा स्थिति के बारे में भी बताया। ये पहली बार नहीं है जब चीन ने भारतीय सीमा में घुसपैठ की कोशिश की और भारतीय जवानों के साथ हाथापाई हुई है। इसके पहले भी कई बार चीनी सैनिक भारतीय सीमा में घुसपैठ करने की कोशिश कर चुके हैं और भारतीय जवानों के साथ हिंसक झड़प भी हो चुकी है।
ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर इस तरह से भारतीय सीमा में घुसपैठ करने की कोशिश करके और भारतीय जवानों के साथ हाथापाई करके चीन क्या संदेश देना चाहते है? आइए समझते हैं…

रिपोर्ट्स के मुताबिक नौ दिसंबर को 300 से ज्यादा चीनी सैनिक अरुणाचल प्रदेश में तवांग के यंगस्टे में 17 हजार फीट की ऊंचाई पर भारतीय सीमा में घुसपैठ करने लगे। यहां भारतीय पोस्ट को हटाने के लिए चीनी सैनिक कंटीले लाठी डंडे और इलेक्ट्रिक बैटन लेकर आए थे। भारतीय सेना भी चीनी सैनिकों का मुकाबला करने के लिए पूरी तरह से मुस्तैद थी। जैसे ही चीनी सैनिकों ने हमला किया, भारतीय जवानों ने भी जोरदार जवाब देना शुरू कर दिया। उस वक्त भारतीय पोस्ट पर 50 सैनिक ही थे, लेकिन सभी ने कंटीले लाठी-डंडों से चीनी सैनिकों को जवाब दिया। इसमें चीन के 19 से ज्यादा सैनिक बुरी तरह से घायल हो गए। कुछ की हड्डियां टूटी, तो कुछ के सिर फट गए।



डोकलाम, गलवां और अब तवांग। ये तीन घटनाएं हैं, जिसकी जानकारी सभी के पास है, लेकिन ऐसा नहीं है कि केवल तीन बार ही चीनी सेना ने भारतीय सीमा में घुसपैठ की है और जवानों के साथ हाथापाई की है। कई ऐसे वीडियो सामने आ चुके हैं, जो 2020 और 2021 के बताए जा रहे हैं। मतलब साफ है कि चीन इस तरह की कई बार हरकतें कर चुका है और हर बार भारतीय सेना ने उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया है। अब सवाल उठता है कि चीन ऐसा कर क्यों रहा है? इसे समझने के लिए हमने रक्षा मामलों के जानकार रिटायर्ड कर्नल जाहिद सिद्दीकी से बात की। उन्होंने चीन की इस साजिश के पीछे दो बड़े कारण बताए।

