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UPSC में नियुक्ति की लॉबिंग में जुटा था राईका:पूर्व मंत्री की सिफारिश से बना RPSC सदस्य, 24 परीक्षाओं में पेपर सेट से लेकर इंटरव्यू में दखल


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UPSC में नियुक्ति की लॉबिंग में जुटा था राईका:पूर्व मंत्री की सिफारिश से बना RPSC सदस्य, 24 परीक्षाओं में पेपर सेट से लेकर इंटरव्यू में दखल

UPSC में नियुक्ति की लॉबिंग में जुटा था राईका:पूर्व मंत्री की सिफारिश से बना RPSC सदस्य, 24 परीक्षाओं में पेपर सेट से लेकर इंटरव्यू में दखल

जयपुर : सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा-2021 के पेपर लीक मामले में एसओजी ने आरपीएससी के पूर्व सदस्य रामू राम राईका काे रविवार देर रात गिरफ्तार किया था। राईका को पेपर तत्कालीन आरपीएससी मेंबर बाबूलाल कटारा से मिला था। राईका ने बेटे देवेश व बेटी शाेभा को परीक्षा से 6 दिन पहले ही पेपर दे दिया था। वो दोनों भी पुलिस की गिरफ्त में हैं।

भास्कर ने मामले में इंवेस्टिगेट किया तो सामने आया कि गिरफ्तारी नहीं होती तो रामू राम राईका एक बार फिर राजनीतिक नियुक्ति का फायदा उठा सकता था। भाजपा के सूत्रों के अनुसार राईका पूरी शिद्दत से बतौर UPSC सदस्य राजनीतिक नियुक्ति के लिए लॉबिंग कर रहा था।

राईका 4 जुलाई 2018 से 4 जुलाई 2022 तक RPSC सदस्य रहा था। इस दौरान 24 भर्ती परीक्षाओं में उसका दखल रहा था। अब ये सभी संदेह के घेरे में हैं।

सवाल ये भी है कि किसकी सिफारिश से राईका RPSC सदस्य बना?

पढ़िए पूरी रिपोर्ट…

समाज में सबसे अधिक पढ़े लिखे और प्रभावशाली लोगों में गिनती

रामू राम राईका नागौर जिले के गगवाना गांव का रहने वाला है। 1982 में अर्थशास्त्र में एमए किया। 1983 से 2017 के बीच गवर्नमेंट कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर और एसोसिएट प्रोफेसर रहा। बलदेव राम मिर्धा राजकीय महाविद्यालय नागौर में वाइस प्रिंसिपल बना।

शिक्षित होने के कारण उसकी समाज में अच्छी पैंठ हो गई। प्रदेश भर में समाज का कोई भी कार्यक्रम होता तो उसे मंच पर विशेष स्थान मिलता। राजनीतिक कार्यक्रमों में भी भाषण का मौका दिया जाता था।

एक पूर्व मंत्री से नजदीकी और सिफारिश से बना RPSC सदस्य

भाजपा की पिछली सरकार में राईका को RPSC का सदस्य बनाया गया था। भाजपा सूत्रों के अनुसार राईका की भाजपा के अपने समाज के ही एक मंत्री से नजदीकियां थी।

पहले विधायक और फिर मंत्री बने ये नेता राईका को अपने साथ रखते थे। इधर, राईका से नागौर से होने के कारण आरपीएससी चेयरमैन सीआर चौधरी से भी अच्छी पहचान हो गई। चौधरी सांसद भी रहे।

दोनों राईका को समाज के वोट बैंक को अपनी तरफ करने के लिए साथ रखते थे। RPSC सदस्य बनने से पहले राईका को कॉलेज आयुक्तालय में डेपुटेशन पर लगाया गया था। मंत्री ने राईका को RPSC सदस्य बनाने की सिफारिश की। क्षेत्रीय नेता का भी समर्थन मिला। इसके बाद राईका को RPSC में सदस्य बना दिया गया।

राईका ने साल भर पहले कहा था- मैंने समाज के कई लोगों को बनाया

इस पूरे घटनाक्रम के बीच पूर्व RPSC सदस्य रामू राम राईका का एक पुराना वीडियो सामने आया है, जो 2023 का है। इसमें राईका एक सभा में कह रहे हैं कि RPSC में अपने कार्यकाल के दौरान मैंने इंटरव्यू में समाज के कई लोगों को बनाया है। राईका जुलाई, 2018 से जुलाई 2022 के बीच RPSC का सदस्य रहा। इस दौरान 24 भर्तियों में उसका सीधा दखल रहा था। अब ये परीक्षा संदेह के घेरे में आ गई हैं। इनमें RAS जैसी प्रतिष्ठित भर्ती परीक्षा भी शामिल है।

खुद को बताया ABVP और संघ के कार्यक्रमों में सक्रिय

भाजपा सूत्रों के अनुसार राईका 2023 के चुनावों में भाजपा की सरकार बनने के बाद से ही सक्रिय हो गया था। इस बार भाजपा में नए चेहरों के कारण उसे दिक्कत हो रही थी। राईका की राजस्थान के नेताओं के जरिए भाजपा के राष्ट्रीय स्तर के नेताओं से मुलाकात की तैयारी थी।

उसकी महत्वकांक्षा UPSC का सदस्य बनने की थी। UPSC का सदस्य बनने के लिए राईका ने अपना CV भी तैयार किया हुआ था। इसमें उसने खुद को कॉलेज में पढ़ाई दौरान भाजपा से जुड़ा हुआ बताया। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) की राजनीति में सक्रिय रहने का हवाला दिया हुआ था। CV में यह भी बताया कि वह अपने गृह जिले नागौर में संघ की गतिविधियों से जुड़ा रहा है। संघ के कई कार्यक्रमों में सक्रिय भूमिका भी निभाई है।

रामू राम राईका के बेटा-बेटी समेत 5 ट्रेनी एसआई को रविवार को गिरफ्तार किया गया था।
रामू राम राईका के बेटा-बेटी समेत 5 ट्रेनी एसआई को रविवार को गिरफ्तार किया गया था।

6 दिन के रिमांड पर

रामू राम राईका को एक दिन पहले कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने राईका को 6 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा है। करीब 5 घंटे की पूछताछ में राईका ने बताया कि बाबूलाल कटारा ने उसे पेपर दिया था। तत्कालीन मेंबर कटारा पर ग्रेड सेकेंड टीचर भर्ती परीक्षा के पेपरलीक का भी आरोप है। राईका के बयान पर एसओजी ने सोमवार शाम कटारा को जयपुर सेंट्रल जेल से प्रोडेक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया।

अब दोनों के आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की जाएगी। इससे पहले, एसओजी ने 31 अगस्त को राजस्थान पुलिस अकादमी (आरपीए) से 5 ट्रेनी एसआई को हिरासत में लिया था। एसओजी मुख्यालय में पूछताछ के बाद रविवार को इन्हें गिरफ्तार किया गया। पकड़े गए पांच आरोपियों में राईका का बेटा और बेटी भी शामिल हैं। सभी आरोपियों को रविवार को कोर्ट में पेश किया गया। जहां से इन्हें 6 दिन की रिमांड पर सौंपा गया है।

राईका बोला- बेटे-बेटी ने पहले भी कई एग्जाम दिए थे

रामू राम राईका ने कहा कि एसआई भर्ती-2021 से पूर्व उसके बेटे-बेटी ने 2016 की आरएएस भर्ती का भी एग्जाम दिया था। हालांकि वे सफल नहीं हुए थे। यूपीएससी का भी एग्जाम दिया था। राईका का कहना है कि एसआई भर्ती- 2021 में भी बैठे तो आयोग के नियमों की पालना की गई थी।

अब तक 42 ट्रेनी एसआई हो चुके हैं गिरफ्तार

सब इंस्पेक्टर भर्ती-2021 में पेपरलीक के मामले में एसओजी अब तक 42 चयनित ट्रेनी एसआई और पेपर लीक गैंग से जुड़े 30 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। अभी भी कई ट्रेनी एसआई एसओजी के रडार पर चल रहे हैं। एसओजी ने इसी साल अप्रैल में पहली बार इस एग्जाम से जुड़े ट्रेनी एसआई की गिरफ्तारी की थी। रविवार को गिरफ्तार हुए पांच सब इंस्पेक्टर में शोभा राईका, देवेश राईका, मंजू देवी, अविनाश और विजेंद्र शामिल हैं।

 

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