झुंझुनूं : झुंझुनूं बरसात के मौसम में पुराने एवं जर्जर हो चुके भवनों की मरम्मत नहीं होने से डिस्कॉम कार्यालयों की छत का प्लास्टर उखड़कर नीचे गिर रहा है। आए दिन इस तरह की घटनाएं होने से बिजली कर्मचारी दहशत के साए में नौकरी कर रहे है। पिछले पांच दिन में तीन अलग कार्यालयों के छत से प्लास्टर टूटकर नीचे गिर चुका है। इन भवनों की समय रहते मरम्मत नहीं होने से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। मंगलवार को डिस्कॉम के एसई कार्यालय में सुबह साढ़े 11 बजे एसई कार्यालय के टीएटू कमरे की छत का प्लास्टर टूट नीचे गिर गया। उस दौरान मौजूद एक्सईएन ओपी महला व एएओ शेरसिंह मान कमरे में मौजूद थे। गनीमत ये थे कि दोनो अधिकारियों से कुछ दूर मलबा गिरने से हादसा नहीं हुआ।
16 अगस्त को बगड़ एईएन कार्यालय परिसर स्थित उपभोक्ता शाखा कक्ष की छत का प्लास्टर उखड़कर नीचे गिर गया। कुछ समय पहले ही कर्मचारी वहां से दूसरे कमरे में गया था। इसलिए हादसा टल गया। वहां रखी फाइलों एवं कागजात पर छत का मलबा गिर गया। 19 अगस्त को लांबा गांव स्थित 33 केवी कार्यालय की छत का प्लास्टर उखड़ गया।
10 कार्यालय जर्जर, जिनकी बरसों से नहीं हुई मरम्मत जिला मुख्यालय समेत जिले में डिस्कॉम के दस कार्यालयों की बिल्डिंग जर्जर है। जिसमें झुंझुनूं एसई कार्यालय, झुंझुनूं सिटी व ग्रामीण जेईएन कार्यालय, लांबा 33 केवी जीएसएस, बगड़ 33 केवी जीएसएस कार्यालय, डुलानिया जीएसएस कार्यालय, खेतड़ी नगर कार्यालय, ओजटू जीएसएस कार्यालय की बिल्डिंग क्षतिग्रस्त है। इनमें नवलगढ़ की बिल्डिंग 1960 में बनी है। झुंझुनूं शहरी इलाके की बिल्डिंग 1967 में, बगड़ की बिल्डिंग 1970 में बनी हुई है। छह दशक पुरानी बिल्डिंगों की मरम्मत नहीं होने से ये जर्जर हो रही है।
डिस्कॉम की जिले में बिल्डिंग 60 साल पुरानी है। मरम्मत नहीं होने से ये जर्जर हो चुकी है। छतों से प्लास्टर उखड़कर नीचे गिर रहा है। बरसात के मौसम में हादसे का अंदेशा बना हुआ है। कर्मचारियों में हर दम भय रहता है। – सुरेश शर्मा, जिला महामंत्री, राजस्थान विद्युत श्रमिक संघ
ये बिल्डिंग काफी पुरानी कुछ बरसों में टेंडर नहीं होने से मरम्मत नहीं हो पाई थी। बरसात की वजह से छत पर पानी जमा होने से प्लास्टर उखड़ कर गिर गया था। इनकी जल्द मरम्मत कराएंगे। – रणवीर सिंह, एक्सईएन सिविल,
बरसात में प्लास्टर उखड़ कर गिर रहा है। हमने सिविल एईएन को इस बारे में अवगत कराया है। जल्द ही मरम्मत कराएंगे। – महेश टीबड़ा, एसई डिस्कॉम