नदी में डाला जा रहा शहर का कचरा:महिलाओं ने जताया विरोध, कहा-आसपास बीमारियां फैलने लगी, नहीं होती सुनवाई
नदी में डाला जा रहा शहर का कचरा:महिलाओं ने जताया विरोध, कहा-आसपास बीमारियां फैलने लगी, नहीं होती सुनवाई

खेतड़ी : ढाणा गांव की मुख्य रास्ते की नदी में बने मंदिर के पास सिंघाना नगरपालिका द्वारा डाला जा रहे कचरे से राहगीरों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। शुक्रवार को कचरा डालने गए ट्रैक्टर को रूकवा कर महिलाओं ने विरोध किया।
विरोध कर रही महिलाओं ने बताया कि पिछले करीब दो साल से नदी में शहर का सारा कचरा डाला जा रहा है। जिसके कारण यहां रहना मुश्किल हो गया है। दिनभर बदबू आती है। कई बार अस्पतालों का कचरा भी यही डाल दिया जाता है।
समस्या को लेकर पंचायत को बार-बार शिकायत की गई, लेकिन अभी तक कचरा डालना बंद नहीं हुआ है। खुले में डाले जा रहे कचरे से पूरे आसपास का इलाका प्रदूषित हो गया है। आवारा पशु इस कचरे को खाकर अकाल मौत का शिकार हो रहे है। उन्होंने बताया की आगामी 28 अगस्त को मंदिर का वार्षिकोत्सव भी है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही।
कचरा डालने के लिए आने वाले कर्मचारियों को मना किया तो मामला दर्ज करवाने की धमकियां दी जाती है। उन्होंने बताया कि यदि सिंघाना पालिका ने जल्द ही कचरा डालना बंद नहीं किया तो ग्रामीणों की ओर से मजबूरन आंदोलन करना पड़ेगा। इस मौके पर लक्ष्मी देवी, फूली देवी, बबली, मनोहरी, आशा यादव, इंद्रा देवी, नाथी देवी, पार्वती, रुक्मणि देवी, संतोष, रामा देवी, सुगनी देवी सहित अनेक महिलाएं मौजूद थी।