बांग्लादेश के हिन्दू क्या चाहते हैं, राष्ट्रवादी हिन्दुओं जरा पता करो
बांग्लादेश के हिन्दू क्या चाहते हैं, राष्ट्रवादी हिन्दुओं जरा पता करो




भारत के लोगों को इनकी खबर देने में किसी को दिलचस्पी नहीं है। बांग्लादेश की जनता यह देखकर निराश है कि भारत के सत्ताधारी दल से जुड़े लोग उनके देश में हुई जनतांत्रिक क्रांति के ख़िलाफ़ घृणा प्रचार कर रहे हैं।
बांग्लादेश के लोग देख रहे हैं कि भारत में बड़े पैमाने पर झूठे वीडियो प्रसारित किए जा रहे हैं जिनके सहारे दावा किया जा रहा है कि बांग्लादेश में हिंदुओं का जनसंहार किया जा रहा है। ज़्यादातर वीडियो झूठे हैं लेकिन उन्हें तेज़ी से फैलाया जा रहा है। अनेक प्रतिष्ठित हिंदू पूछ रहे हैं कि क्या धर्म के आधार पर बांग्लादेश का विभाजन नहीं कर देना चाहिए!
संसद में भी विदेश मंत्री को स्वीकार करना पड़ा कि बांग्लादेश में छात्र और शेष लोग हिंदुओं और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा कर रहे हैं। फिर उस घृणात्मक उत्तेजना का क्या उद्देश्य हो सकता है जो भाजपा के लोग भारत में फैला रहे हैं?
“क्या बांग्लादेश की क्रांति का सबसे महत्त्वपूर्ण पक्ष हिंदुओं पर हमला है?
हर समय, हर समाज में आर एस एस जैसी शक्तियाँ होती हैं जो किसी बड़े उद्देश्य की आड़ में अपने क्षुद्र संकीर्ण ‘राष्ट्रवादी’ मक़सद को साधने की साज़िश करती हैं।
भारत का दुर्भाग्य यह है कि यहाँ बांग्लादेश के नेताओं की तरह ज़िम्मेदार लोग सत्ता में या मीडिया में नहीं हैं। उनका उद्देश्य सद्भाव नहीं, विद्वेष का प्रसार है।