जयपुर : जयपुर में रविवार और सोमवार को हुई भारी बारिश के बाद के हालात काफी खराब हैं। शहर में जगह-जगह सड़कें टूट गई। अभी भी कुछ इलाकों में पानी भरा हुआ है। जलमहल की मछलियां नालों के जरिए मानबाग चौराहे की सड़कों पर आ गईं। जिन्हें बच्चे पकड़ते नजर आए।
जयसिंहपुरा खोर, घड़ली की डूंगरी, सुपर बाजार में कॉलोनी के बाहर नाले पर बनी पुलिया टूटी नजर आई। जयपुर में आज भले ही बारिश नहीं हुई, लेकिन रामगंज बाजार में दुकानों के आगे गंदा पानी दिखा। आगे पढ़िए पूरी रिपोर्ट…
1. जवाहर नगर कच्ची बस्ती
जयपुर में आज भी जवाहर नगर कच्ची बस्ती के घरों में पानी भरा हुआ है। यहां महिला-पुरुष और बच्चे सभी बारिश का पानी के कारण परेशान हैं। यहां रजनी ने बताया- रात को घर में कमर से ऊपर तक पानी आ गया था। रातभर बच्चे को लेकर खड़ी रही। आखिर में दूसरे दो मंजिला मकान में शरण लेनी पड़ी। एक महिला ने सरकार और प्रशासन के प्रति अपनी नाराजगी जाहिर की।
जवाहर नगर कच्ची बस्ती युवा विकास संघर्ष समिति के अध्यक्ष युगल खोड़ा ने बताया- कल बारिश के बाद हमारे घर लगभग डूबे नजर आए। कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने दौरा किया। इसके बाद निगम प्रशासन हरकत में आया। आज निगम का कोई अधिकारी यहां व्यवस्थाएं देखने नहीं पहुंचा। स्थानीय लोगों को घरों में पानी भरने के कारण पूरी रात परेशानी का सामना करना पड़ा। कुछ घरों में खाना तक नहीं पकाया गया। ऐसे में प्रशासन की ओर से भोजन के पैकेट बटवाएं गए।
उन्होंने बताया- यहां से कुछ लोग पानी भरने के कारण छोटे बच्चों के साथ पलायन कर गए। हालांकि हमें उम्मीद थी कि सुबह तक पानी बस्ती से पंप की मदद से निकाला जा सकेगा। मौके पर प्रशासन की ओर से 5 पंप भेजे गए, लेकिन आज काम में सिर्फ दो ही लिए जा रहे थे। इससे आज शाम तक भी बस्ती के घरों से पानी नहीं निकाला जा सका।
स्थानीय निवासी लाली ने बताया- हमारे घरों में पानी भर गया था। रात को डर के मारे हम खाना नहीं खा पाए। पानी में खड़े रहकर रात गुजारी है। हमें आज तो कोई संभालने भी नहीं आया। वोट लेने तो नेता आ जाते हैं। मेरी बहू रजनी रातभर अपने बेटे को लेकर खड़ी रही।
स्थानीय निवासी सुशीला जागा ने बताया- हमारे पास की कॉलोनी मुकेश नगर का पानी यहां टीला नम्बर 1 की तरफ बहा दिया जाता है। इससे हमारी बस्ती पूरी तरह पानी डूब जाती है। इसको लेकर जब तक प्रशासन और सरकार की ओर से कोई ठोस व्यवस्था नहीं की जाती। तब तक हर बारिश में हमारे यहां ऐसे ही पानी बहता रहेगा। उन्होंने बताया- तेज बहाव के साथ उनकी बस्ती में मिट्टी भी आ जाती है। इससे काफी परेशान की सामना करना पड़ता है।
क्या बोले जिम्मेदारी
स्थानीय पार्षद सुनीता देवी ने बताया- हमने बारिश में पंप लगाए थे। हालांकि तकनीकि खराबी से पंप काम नहीं कर पाए। ठेकेदारों की लापरवाही के कारण आज शाम तक बस्ती से पानी नहीं निकाला जा सका। इसकी जानकारी हमने निगम डीसी सहित उच्च अधिकारियों को दी है।
2. जयसिंहपुरा खोर
जयसिंहपुरा खोर, घड़ली की डूंगरी, सुपरबाजार में नाले उफान पर है। इस नालों के ऊपर महज दो फेरो कवर (छोटी पुलिया) लगे हैं। ऊपर से दोपहिया वाहन गुजरते रहते हैं। तीनों जगह (जयसिंहपुरा खोर, घड़ली की डूंगरी, सुपरबाजार) में नाले के पुलिया टूटी हुई है। इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
स्थानीय निवसी लक्ष्मीनारायण सैनी ने बताया- नाले के ऊपर बनी पुलिया को दो महीने पहले हवामहल विधायक बालमुकुंद आचार्य ने कचरा इकट्ठा होने के कारण तुड़वाया था। इससे आज तक नहीं बनाया गया। इससे बारिश के समय यहां बड़ा हादसा होने का खतरा है। यहां नाले पर सिर्फ दो फेरो कवर हैं। इस पर होकर स्थानीय लोगों को गुजरना पड़ रहा है। इन्हीं पर होकर दोपहिया वाहन गुजरते है। यहां होकर चौपहिया वाहन नहीं निकल सकते हैं।
स्थानीय सीताराम सैनी ने बताया- हम इस परेशानी को लेकर स्थानीय पार्षद नंदालाल सैनी के पास भी गए थे। लेकिन आश्वासन के बाद भी कार्रवाई नहीं हुई। कल हुई बारिश के बाद यहां नाले का बहाव तेज है। ऐसे में दोपहिया वाहन रपटता है। नाले में गिरने की सम्भावना है। इससे बड़ा हादसा हो सकता है। इलाके में करीब 150 घरों में लोग रहते हैं। लेकिन जिम्मेदारी इस बारिश में भी यहां कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं।
क्या बोले जिम्मेदार
पार्षद नंद किशोर ने बताया- बारिश में नाले में कचरे की सफाई के दौरान यह पुलिया टूट गई थी। इसका वर्क ऑडर हो चुका है। इसका जल्द ही काम करवा दिया जाएगा। इलाके में चार पुलिया को चिह्नित कर इनकों सही करवाया जाएगा।
3. मानबाग चौराहा
जयपुर में बारिश से जलमहल की मछलियां सड़कों पर आ गई हैं। मानबाग चौराहे पर नाले से बड़ी संख्या में मछलियां सड़क के किनारों पर बहकर आ रही हैं। इससे स्थानीय लोग और बच्चे इन मछलियों को पकड़कर ले जा रहे हैं। स्थानीय निवासी अबरार ने बताया कि जयपुर में कल हुई बारिश के बाद आज यहां सुबह से ही लोग मछली पकड़ रहे हैं। जैसे ही तेज बहाव के साथ पानी आता है। सड़क पर मछलियों को देखने के लिए वाहन चालक भी रुकते है।