हरियालो राजस्थान महोत्सव का आयोजन
हरियालो राजस्थान महोत्सव का आयोजन

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : अनिल शर्मा
शिमला : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल हरियालो भारत की तर्ज पर राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा द्वारा चलाए हरियालो राजस्थान की मुहिम के तहत सोमवार 12 अगस्त को खेल मैदान बस स्टैंड शिमला पर हरियालों राजस्थान महोत्सव का आयोजन सहायक विकास अधिकारी डॉ ताराचंद शर्मा कि अध्यक्षता में किया गया । सर्वप्रथम उपस्थित लोगों ने मां के नाम एक-एक पेड़ लगाकर उसके संरक्षण की जिम्मेदारी ली।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ ताराचंद शर्मा ने कहा कि जिस तरह मां अपने पेट में 9 माह तक बच्चों को रखती है उसी प्रकार हमें इस पेड़ को अपना बच्चा मानते हुए 9 महीने तक इसका उसी प्रकार संरक्षण करना है जिस प्रकार मां अपने बच्चों का करती है तथा पेड़ को सुरक्षित रखना है हर व्यक्ति का कर्तव्य है कि वह पेड़ को सुरक्षित रखें ताकि वह पेड़ बड़ा होकर हमें शुद्ध हवा व ऑक्सीजन दे सके डॉ ताराचंद शर्मा ने कहा कि जिस प्रकार से एक मां के बच्चे को कोई नुकसान पहुंचाना चाहे तो मां शेरनी बन जाती है उसी प्रकार पेड़ की भी रक्षा शेर और शेरनी बनकर करनी है। उन्होंने कहा कि पेड़ होंगे तो हम स्वस्थ रहेंगे तथा हमारा जनजीवन अच्छा रहेगा अगर हम पेड़ों को काट देंगे तो ऑक्सीजन की कमी आ जाएगी तथा हम सब मृत्यु के कगार पर पहुंच जाएंगे इसलिए मैं गांव गांव में इसके लिए हरियालो राजस्थान के नाम से अभियान चला रहा हूं जिसमें मुझे सभी ग्रामीणों का वह मेरे सहायक कर्मचारी का पूरा सहयोग मिल रहा है। में इस अवसर पर अपील करता हूं कि हर व्यक्ति कम से कम एक पेड़ लगाकर उसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी लें ताकि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा द्वारा चलाया गया महाअभियान हरियालो राजस्थान सफल हो सके।
सरपंच प्रतिनिधि शीशराम निनानिया ने कहा आज सावन के सोमवार के अवसर पर आप सभी इस कार्यक्रम में उपस्थित हुए इसके लिए हम सभी आपके आभारी हैं। कार्यक्रम को ग्राम विकास अधिकारी राधेश्याम सैनी ने भी संबोधित कर कहा कि उन्होंने आज तक लगभग 6000 पेड़ लगाये हैं जिनमें से करीब 3000 पेड़ आई टी केंद्र शिमला में तथा लगभग3000 पेड़ डाडा फतेहपुरा गोचर भूमि में लगाए हैं जो सभी सुरक्षित हैं उन्होंने कहा कि मुझे पेड़ लगाने के लिए डॉ ताराचंद शर्मा ने ही प्रेरित किया था तथा मेरे पिता भी पर्यावरण प्रेमी थे उनसे भी प्रेरणा लेकर मैंने बालकपन से ही पेड़ लगाना आरंभ कर दिया था । मैं पेड़ों को अपने बच्चों की तरह से पालता हूं। जिस के कारण मेरे लगाए हुए सभी पेड़ आज सुरक्षित है इस अवसर पर अनेक पुरुष व महिलाएं उपस्थित रहे।