तस्वीर जैसा माहौल हकीकत में बदलना होगा
तस्वीर जैसा माहौल हकीकत में बदलना होगा

राजेन्द्र शर्मा झेरलीवाला, वरिष्ठ पत्रकार व सामाजिक चिंतक
राजस्थान के पूर्व मंत्री अपनी विधायकी को छोड़कर सांसद का चुनाव लड़ें व भाजपा के शुभकरण चौधरी को हराया । इसको लेकर झुंझुनूं विधानसभा का उपचुनाव होना है । आज सोशल मीडिया पर एक तस्वीर सुर्खियां बटोर रही है जिसमें टिकट के दो प्रबल दावेदार एक साथ प्रभारी मंत्री अविनाश गहलोत की उपस्थिति में खुशनुमा माहौल में नजर आ रहे हैं । यदि मंत्री अविनाश गहलोत को खुश करने के लिए यह तस्वीर है या अनायास ही कैमरे में कैद हो गई है तो इस पर चर्चा करना बेमानी होगा । लेकिन यह तस्वीर हकीकत में बदलती है तो निश्चित रूप से आगामी विधानसभा उपचुनाव जो ओला परिवार से होना है बहुत ही दिलचस्प और करीबी हो सकता है । हर नेता का विधायक बनने की महत्वाकांक्षा होती है उसी का परिणाम है कि विगत दो चुनावों में जब राजेन्द्र भांभू को भाजपा ने टिकट दी तो बबलू चौधरी बागी उम्मीदवार बनकर भाजपा का खेल बिगाड़ दिया । इसी तरह जब भाजपा के अधिकृत उम्मीदवार बबलू चौधरी थे तो राजेन्द्र भांभू ने बागी बनकर चुनावी ताल ठोंक दी और चुनावी नतीजा सबके सामने है ।
वैसे यदि देखा जाए तो झुंझुनूं विधानसभा की राजनीति बड़ी दिलचस्प है । अलग अलग धड़ों में विभक्त भाजपा विपक्षी उम्मीदवार की जीत सुनिश्चित कर देती है । जिसका उदाहरण लोकसभा चुनावों में देखने को मिला । भाजपा उम्मीदवार शुभकरण चौधरी ने सार्वजनिक तौर पर आरोप लगाया था कि उनकी हार का प्रमुख कारण भाजपा के नेता ही थे । जो भाजपा नेता विधायक बनने की हसरत पाले बैठे हैं वह यह चाहते थे कि बिजेंद्र ओला दिल्ली चले जाएं क्योंकि राजस्थान विधानसभा में रहते उनकी विधियकी का सपना ही रहने वाला है । विभिन्न पावर सैक्टरो में बंटी भाजपा का होना ही कांग्रेस की जीत पक्की करता आया है । लेकिन आज जो फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है उसने झुन्झुनू के राजनीतिक परिदृश्य को लेकर नई चर्चा को जन्म दिया है । यह तो आने वाला समय ही निर्धारित करेगा कि यह तस्वीर झुंझुनूं की विधानसभा को लेकर भाजपा के इतिहास की नई तहरीर लिखेगी या पिछले चुनावों वाला ही हश्र होगा ।
राजेन्द्र शर्मा झेरलीवाला, वरिष्ठ पत्रकार व सामाजिक चिंतक