[pj-news-ticker post_cat="breaking-news"]

भांजों को बचाने कूदा मामा भी डूबा, तीनों की मौत:यमुना नदी में उतरे थे, एक दूसरे को बचाने के चक्कर बहे, 3 KM दूर मिले शव


निष्पक्ष निर्भीक निरंतर
  • Download App from
  • google-playstore
  • apple-playstore
  • jm-qr-code
X
टॉप न्यूज़राजस्थानराज्यसीकर

भांजों को बचाने कूदा मामा भी डूबा, तीनों की मौत:यमुना नदी में उतरे थे, एक दूसरे को बचाने के चक्कर बहे, 3 KM दूर मिले शव

भांजों को बचाने कूदा मामा भी डूबा, तीनों की मौत:यमुना नदी में उतरे थे, एक दूसरे को बचाने के चक्कर बहे, 3 KM दूर मिले शव

सीकर : अमावस्या पर यमुना नदी में स्नान करने गए 2 सगे भाइयों सहित मामा की मौत हो गई। तीनों मृतक सीकर जिले के रहने वाले थे। इनके साथ ही 5 अन्य श्रद्धालु भी नदी में स्नान करने गए थे। तीनों के शव आज सुबह घटनास्थल से तीन किलोमीटर दूर नदी में मिले।

मामा के साथ 2 भांजे डूबे

जानकारी अनुसार, हरियाणा के पानीपत जिले के सनौली क्षेत्र में अमावस्या पर नहाने के लिए सीकर जिले के बाय गांव के रहने वाले युवक महेश (30), छोटा भाई बोधु (25) व अपने मामा लोकेश (35) के साथ गए हुए थे। उनके साथ बिहार के रहने वाले अन्य 5 श्रद्धालु भी थे जो कुंड में डूब गए।

श्रद्धालुओं को नदी में डूबता हुआ देखकर उनके साथियों ने शोर मचा दिया और पुलिस को सूचना दी। घटना की सूचना मिलने पर सनौली थाना एसएचओ संदीप कुमार जाब्ते के साथ मौके पर घाट पर पहुंचे। पुलिस ने गोताखोरों को बुलाया और बाद 2 इंजन मोटर बोट के साथ सर्च अभियान चलाया गया। प्राइवेट गोताखोर भी श्रद्धालुओं को बचाने के लिए यमुना नदी में कूद गए। देर रात तक सर्च अभियान जारी रहा लेकिन लापता श्रद्धालुओं का पता नहीं चला।

तीनों के शवों को आज सुबह निकाला गया।
तीनों के शवों को आज सुबह निकाला गया।

सुबह मिले 2 के शव

आज सुबह तीनों के शव घटनास्थल से 3 किलोमीटर दूर यमुना नदी में मिले। जिसके बाद गोताखोरों ने शवों को बाहर निकाला। मौके पर फ्लड पीएसी के जवानों को भी बुलाया गया है । 11 प्राइवेट और 11 फ्लडपीएसी के गोताखोरों ने दो मोटरबोट से नदी में सर्च अभियान चलाया हुआ है।

मृतक युवक महेश, बोधु व मामा लोकेश हरियाणा के पानीपत के थाना चांदनी बाग क्षेत्र के गांव रिसालू में किराए के मकान में रहते थे। वह घरों व फैक्ट्री में टाइल्स लगाने का काम करते थे। रविवार को सुबह 8:30 बजे तीनों नहाने के लिए ब्रिज के निकट यमुना में उतर गए। इसी दौरान युवक बोधु यमुना में बने कुंड में डूबने लगा। तभी साथ नहा रहे बड़े भाई महेश ने उसे बचाने का प्रयास किया। लेकिन वह भी यमुना के गहरे पानी में डूब गया। इसके बाद मामा लोकेश ने दोनों युवकों को बचाने की कोशिश की लेकिन वह भी कुंड में डूब गया। तीनों के डूबने पर साथ आए उनके साथी यमुना ब्रिज पुलिस चौकी पर पहुंचे और वहां तैनात पुलिसकर्मियों को मामले की सूचना दी।

देर रात को तक अभियान चलाया गया था लेकिन तीनों का कुछ पता नहीं चला। इसके बाद हादसे की जगह से 3 किमी दूर शव मिले।
देर रात को तक अभियान चलाया गया था लेकिन तीनों का कुछ पता नहीं चला। इसके बाद हादसे की जगह से 3 किमी दूर शव मिले।

सालभर पहले ही हुई थी भांजों की शादी

महेश व बोधु की 12 महीने पहले ही शादी हुई थी। इनका सबसे छोटा भाई गांव में ही स्टूडियो की दुकान पर काम करता है। घर में कमाने वाले यह दोनों ही थे। इनके पिता की मौत भी कई साल पहले हो चुकी है। एक ही परिवार के तीन लोगों के डूबने से घर में कोहराम मच गया। मृतकों के शव अभी हरियाणा से रवाना नहीं हुए।

Related Articles