NEET Paper Leak: नीट पेपर लीक मामले में सीबीआई ने दाखिल की पहली चार्जशीट, आरोप पत्र में 13 आरोपियों के नाम
सीबीआई ने नीट परीक्षा में गड़बड़ी के मामले में अब तक कुल 40 आरोपियोों को गिरफ्तार किया है। इसमें बिहार पुलिस द्वारा की गईं 15 गिरफ्तारियां भी शामिल हैं। सीबीआई का कहना है कि देशभर में 58 जगहों में छापेमारी के बाद 40 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
NEET Paper Leak: मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट में गड़बड़ी और पेपर लीक को लेकर देशभर में चर्चाएं जारी हैं। इस बीच, इस मामले की जांच कर रही केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने पहला आरोप पत्र (चार्जशीट) दायर कर दिया है।
सीबीआई की चार्जशीट में 13 नाम
सीबीआई की चार्जशीट में 13 लोगों को आरोपी बनाया गया है। इनके नाम नीतिश कुमार, अमित आनंद, सिकंदर यदुवेंदु , आशुतोष कुमार -1, रोशन कुमार, मनीष प्रकाश, आशुतोष कुमार-2, अखिलेश कुमार, अवधेश कुमार, अनुराग यादव, अभिषेक कुमार, शिवनंदन कुमार और आयुष राज का नाम दर्ज है।
मामले में अब तक कुल 40 आरोपी गिरफ्तार
केंद्रीय जांच एजेंसी ने नीट परीक्षा में गड़बड़ी के मामले में अब तक कुल 40 आरोपियोों को गिरफ्तार किया है। इसमें बिहार पुलिस द्वारा की गईं 15 गिरफ्तारियां भी शामिल हैं। सीबीआई का कहना है कि देशभर में 58 जगहों में छापेमारी के बाद 40 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
आरोप पत्र में सीबीआई ने क्या कहा?
आरोप पत्र में सीबीआई ने बताया है कि सभी आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 120-बी, 201, 409, 380, 411, 420 और 109 के तहत मामले दर्ज किए गए हैं। केंद्रीय एजेंसी ने आगे बताया कि आरोपियों के खिलाफ सबूत जमा करने के लिए अत्याधुनिक फॉरेंसिक तकनीक, कृत्रिम मेधा तकनीक (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस), सीसीटीवी फुटेज और अन्य का इस्तेमाल किया गया। सीबीआई का कहना है कि इस मामले में अभी जांच जारी है।
नीट-यूजी का पूरा विवाद क्या है?
दरअसल, 5 मई को देशभर के 571 शहरों में स्थित 4,750 केंद्रों पर नीट यूजी 2024 का आयोजन किया गया था। इसमें भारत के बाहर के 14 शहर भी शामिल हैं जहां 5 मई (रविवार) को दोपहर 02:00 बजे से शाम 05:20 बजे (IST) तक आयोजित की गई थी। परीक्षा कराने के साथ ही इसमें धांधली के आरोप लगने शुरू हो गए। नीट-यूजी में अंकों को बढ़ा-चढ़ाकर बताने के आरोप लगे हैं, जिसके चलते 67 छात्रों ने पूरे 720 अंक के साथ पहली रैंक पाई है। पिछले साल दो छात्रों ने संयुक्त रूप से पहली रैंक हासिल की थी। छात्रों का आरोप है कि कई छात्रों के अंकों को मनमाने ढंग से घटाया या बढ़ाया गया है, जिसका असर उनकी रैंक पर हुआ है।